Gorakhpur: चौरी चौरा थाना क्षेत्र में मानवीय संवेदनाओं और पुलिस की सक्रियता का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला। गुमशुदा हुई आठ वर्षीय बालिका को पुलिस टीम ने मात्र दो घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। तेज़ी से की गई इस कार्रवाई से न केवल परिजनों की आंखों में राहत के आँसू छलक उठे, बल्कि पुलिस के प्रति स्थानीय नागरिकों में विश्वास भी और गहरा हुआ।
आसपास के लोगों से पूछताछ
जानकारी के अनुसार, दिनांक 17 अक्टूबर 2025 को थाना चौरी चौरा क्षेत्र की एक महिला ने पुलिस को सूचना दी कि उनकी आठ वर्षीय बेटी सुबह स्कूल गई थी, लेकिन विद्यालय से घर वापस नहीं लौटी। बच्ची के लापता होने की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी चौरी चौरा के नेतृत्व में पुलिस टीम हरकत में आ गई। टीम ने त्वरित रूप से क्षेत्र में तलाश शुरू की और आस-पास के लोगों से पूछताछ के साथ ही सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया।
UP News: गोरखपुर कृषक दुर्घटना बीमा, किसान फॉर्मर और ई-खसरा की समीक्षा बैठक
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों व सर्विलांस की मदद से हर संभावित स्थान पर संपर्क किया। इस दौरान जानकारी मिली कि बालिका अपने मौसा के घर चली गई है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल उनके मौसा से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि लड़की उन्हें रास्ते में मिली थी और साथ चलने की जिद कर रही थी। उन्होंने घरवालों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन नेटवर्क समस्या के कारण संपर्क नहीं हो सका।
पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर बच्ची को सुरक्षित थाने लाया और उसकी माँ को बुलाकर बातचीत कराई। जब बच्ची अपनी माँ की गोद में पहुँची, तो परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। माँ ने चौरी चौरा पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “अगर पुलिस इतनी तत्परता न दिखाती तो न जाने क्या होता।”
इस पूरी कार्यवाही की सराहना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर ने की। उन्होंने कहा कि “हर गुमशुदा व्यक्ति विशेषकर नाबालिग की बरामदगी पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।” पुलिस अधीक्षक उत्तरी के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी चौरी चौरा के पर्यवेक्षण में टीम ने यह सराहनीय कार्य किया।
गोरखपुर में बनेगा स्पेस म्यूजियम, छात्रों और शोधकर्ताओं को मिलेगी अत्याधुनिक जानकारी
स्थानीय नागरिकों ने चौरी चौरा पुलिस की मुस्तैदी और संवेदनशीलता की प्रशंसा करते हुए कहा कि “ऐसी तत्परता ही पुलिस को जनता के और करीब लाती है।” इस कार्रवाई से एक बार फिर यह साबित हो गया कि गोरखपुर पुलिस न सिर्फ कानून व्यवस्था की रखवाली करती है, बल्कि समाज की भावनाओं की भी सच्ची संरक्षक है।