Uttar Pradesh: अरबों की ठगी करने वाली इनामी महिला अपराधी को देखिये UP STF ने कैसे किया गिरफ्तार, कई राज्यों में था जाल, जानिये कैसे चलता था काला कारोबार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों के लोगों को जाल में फंसाकर अरबों रूपये की ठगी करने वाली इनामी कुख्यात महिला अपराधी नीलम वर्मा को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये कैसे होता था काला कारोबार



लखनऊ: कई तरह की कंपनिया बनाकर और लोगों को तरह-तरह के झांसे देकर अरबों रूपये की ठगी करने के मामले में यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने  करोड़ों की ठगी करने वाले गैंग की मास्टरमाइंड और इनामी महिला अपराधी नीलम वर्मा को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह का जाल उत्तर प्रदेश से लेकर देश के कई राज्यों तक फैला हुआ था। यह गिरोह अब तक सैकड़ों लोगों को जाल में फंसाकर करोड़ों की ठगी कर चुका है। 

गिरफ्तार महिला अपराधी की पहचान
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक गिरफ्तार महिला अपराधी की पहचान नीलम वर्मा पत्नी स्व. सुन्दर लाल वर्मा निवासी शुक्ला बिहार थाना पारा कमिश्नरेट लखनऊ के रूप में हुई है। यह अपराधी वर्तमान समये में 559क/104 बहादुर खेड़ा निकट शारदा मंगल भवन थाना मानक नगर कमिश्नरेट लखनऊ में रह रही थी। अपराधी को थाना मानकनगर लखनऊ शनिवार सुबह लगभग 11 बजे गिफ्तार किया गया।

यूपी समेत इन राज्यों में थे ऑफिस
गिरफ्तार अपराधी की कम्पनी के आफिस लखनऊ, फतेहपुर, नोएडा, मुजफ्फरपुर, बिहार, मोहाली, पठानकोट, जीरकपुर (पंजाब), आदि जगह थे। कंपनी में 150 से अधिक लोग काम करते थे। कंपनी लोगों को अलग-अलग प्रलोभन देकर पैसे जमा कराती थी।

संगठित गिरोह की सचूनाएं
यूपी एसटीएफ को विगत काफी समय से मल्टीलेवल मार्केटिंग के माध्यम से जनता से अरबों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह की सचूनाएं प्राप्त हो रही थीं। इसी परिप्रेक्ष्य में लाल प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ लखनऊ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय में  स्थित टीम को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम मे टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।

मास्टरमाइंड के लखनऊ में होने की मिली जानकारी
अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि हैलोराइड लिमिटेड, इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लिमिटेड व ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम की कम्पनियां बनाकर जनता से अरबों रूपये की ठगी करने वाले कम्पनियों की डायरेक्टर व मास्टरमाइंड नीलम वर्मा लखनऊ के मानक नगर इलाके मे मौजूद है। वह लखनऊ व विभिन्न जनपदों मे 23 मुकदमों में चार वर्षों से वांछित चल रही है। 

गिरफ्तार करने वाली टीम
इस सूचना पर निरीक्षक अंजनी कुमार तिवारी के नेतृत्व में मुआ. विनोद सिंह, प्रभाकर पाण्डेय, रणधीर सिंह, गौरव सिंह, प्रशान्त सिंह व आरक्षी शेरबहादुर एसटीएफ की टीम द्वारा विशेष आर्थिक अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) उप्र की टीम को साथ लेकर ज्ञात स्थान से वांछित अभियुक्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। 

पूछताछ में हुए बड़े खुलासे
पूछताछ में गिरफ्तार अपराधी नीलम वर्मा ने बताया कि उसने अभय कुशवाहा के साथ वर्ष 2013 मे इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लि. कम्पनी बनायी थी, जो रियल स्टेट मे काम करती थी। इस कम्पनी मे सस्ते प्लाट देने के नाम पर किस्त के रूप में रूपया जमा किया जाता था। इस कम्पनी के डायरेक्टर अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान थे और वह भी उसमे डायरेक्टर थी। 

100 करोड़ रूपये जमा होने पर भुगतान बंद
इसके बाद इन अपराधियो ने इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लि नाम की कम्पनी बनायी। यह कम्पनी कम समय में धन दोगुना करने का लालच देकर लोगों से रूपया जमा कराती। इन कम्पनियों में जब लगभग 100 करोड़ रूपये जमा हो गया, तो कम्पनी ने ग्राहकों को पेमैंट देना बंद कर दिया, जिसके कारण किसी ग्राहक ने थाना विभूतिखण्ड मे मुकदमा पंजीकृत करा दिया। 

साथी पहले की जा चुके हैं जेल
इस मामले में अभय कुशवाहा को मार्च 2019 में विभूतिखण्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल में लगभग 3 महीने रहने के बाद अभय कुशवाहा की जमानत हो गयी। कुछ समय बाद दोबारा अभय कुषवाहा जेल चला गया, जो वर्तमान समय में जेल में निरूद्ध है। वर्ष-2019 से अब तक अपराधी की कम्पनी व आरोपियों पर सैकड़ों मुकदमे पंजीकृत हो गये, तब से यह महिला फरार थी। 

आगे की कार्रवाई जारी
गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ थाना विभूति खण्ड लखनऊ में नया पंजीकृत मामला समेत अन्य 22 मुकदमों में दाखिल कर अग्रेतर कार्यवाही विशेष आर्थिक अनुसंधान संगठन द्वारा की जायेगी।










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