UP STF ने अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार, लाखों मूल्य की शराब बरामद

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने लाखों मूल्य की शराब भी बरामद की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

शराब तस्करी गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार
शराब तस्करी गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार


लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों को कब्जे से एसटीएफ ने डीसीएम ट्रक में रखी 327 अवैध अंग्रेजी शराब की पेटियां भी बरामद की। बरामद शराब की अनुमानित कीमत लगभग 27 लाख रूपये है।

गिरोह के सदस्यों से बरामद 327 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब में से 208 पेटी 111 गोल्ड ब्राण्ड की है, जो सिर्फ समुद्र पार निर्यात के लिए ही वैध है।

गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान राम बाबू राय पुत्र जवाहिर राय निवासी मदरना, थाना वैशाली, बिहार, शिवशंकर पुत्र केदारनाथ पाण्डेय निवासी पाण्डेयपुरवा, थाना-वैदौरा, मसरिक, थाना इकौना, जनपद श्रावस्ती और पवन कुमार साव पुत्र लक्षमण साव निवासी थाना- अमनौर, जनपद छपरा, बिहार के रूप में की गई।

सभी आरोपियों को नेरी नेवादा इण्डियन पेट्रोल पम्प के पास थाना क्षेत्र महोली जिला सीतापुर, यूपी से गिरफ्तार किया गया।

एसटीएफ को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि अन्तर्राज्यीय गिरोहों द्वारा दिल्ली, हरियाणा व पंजाब से अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी उत्तर प्रदेष के रास्ते बिहार प्रान्त के विभिन्न जनपदों के लिए की जा रही है। गिरोह के खुलासे के लिये एसटीएफ लखनऊ द्वारा एक टीम का गठन किया गया। 

इसी दौरान एसटीएफ को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि शराब तस्करों द्वारा पंजाब प्रान्त के चण्डीगढ़ से अवैध अंग्रेजी शराब विक्रय के लिए दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे के रास्ते बलिया प्रान्त ले जाया जा रहा है।

इस सूचना के बात टीम बताये गये स्थान पर पहुंची। यहां डीसीएम ट्रक पर लोड खाली कैरेट के बीच में अवैध अंग्रेजी शराब छिपायी गयी थी।  एसलटीएफ ने ट्रक पर लदी अवैध अंग्रेजी शराब को कब्जे में लेकर 03 अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार किया। 

गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना महोली, जनपद-सीतापुर में आबकारी अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत कराया गया। आरोपियों के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है। 










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