अय्याश अधिकारियों का योगी के मंत्री ने किया पर्दाफाश

विशाल शुक्ला

आम जनता अपने कामों के लिए सरकारी दफ्तरों में चक्कर लगा-लगाकर परेशान रहती है तो वहीं कानपुर के एक सरकारी दफ्तर में कर्मचारी काम करने की बजाय एक कार्यालय में देरी से आते हैं और बेड लगाकर आराम फरमाते हैं।

ऑफिस के अंदर की तस्वीर
ऑफिस के अंदर की तस्वीर


कानपुर: उत्तरप्रदेश की कमान जिस दिन से योगी आदित्यनाथ के हाथों में आई है तब से सरकारी अफसरों की नींद उड़ी है। सीएम खुद दौरा कर जमीनी हकीकत परखते हैं तो वहीं उनके मंत्री भी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। सरकारी कार्यालयों के हाल का पता उत्तर प्रदेश सूबे के मंत्रियो के औचक निरिक्षण के दौरान खुलकर सामने आने लगा है। जिन सरकारी कार्यालयों को आम आदमी की सहूलियत के लिए बनाया गया था उन कार्यालयों में अधिकारी और उनके कारिंदे सरकारी खर्च पर एसी और अय्याशी का मजा लूट रहे हैं। 

कानपुर के काकादेव क्षेत्र में करोड़ों की लागत से बना रामगंगा कमांड कार्यालय जहां बुधवार को सूबे के भूमि विकास और जल संसाधन राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी ने अचानक कार्यालय में धावा बोला। इस दौरान कार्यालय में आधे से ज्यादा कर्मचारी नदारद मिले। जिसके बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया। कार्यालय के अंदर जाते ही मंत्री दंग रह गए। कुर्सी खाली पड़ी देख और कार्यालय में अधिकारियों के आराम के लिए बेड पड़ा देख मंत्री जी गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। 

आपको बता दें कि प्रदेश में सरकारी कार्यालयों की हर जगह ऐसी ही स्थिति है जहां कर्मचारी बिना ड्यूटी के तनख्वाह उठा रहे है। वहीं आम आदमी केवल कार्यालयों के चक्कर लगाने का काम कर रहे है। सरकार के इस साहसिक कदम से भ्रष्ट और ड्यूटी से नदारद रहने वाले सरकारी कर्मचारियों पर शिकंजा कसा जाएगा।










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