Uttar Pradesh: लखीमपुर खीरी में शख्स को जेल भेजने की धमकी देने वाले SDM पर एक्शन, जानिये क्या हुई कार्रवाई
लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी ने एक शिकायतकर्ता को कथित तौर पर धमकी देने का वीडियो सामने आने के बाद निघासन के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) राजेश कुमार को गोला में एसडीएम (न्यायिक) के रूप में स्थानांतरित कर दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी ने एक शिकायतकर्ता को कथित तौर पर धमकी देने का वीडियो सामने आने के बाद निघासन के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) राजेश कुमार को गोला में एसडीएम (न्यायिक) के रूप में स्थानांतरित कर दिया है।
राजेश कुमार का स्थान अश्वनी कुमार सिंह ने लिया है जो गोला में एसडीएम (न्यायिक) थे।
स्थानांतरण आदेश शुक्रवार को एक वीडियो सामने आने के बाद जारी किया गया जिसमें एसडीएम निघासन राजेश कुमार को एक शिकायतकर्ता को उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और जेल भेजने की धमकी देते देखा जा सकता है। शिकायतकर्ता की पहचान निघासन तहसील के झौवापुरवा गांव का बाराती लाल के तौर पर हुई।
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लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने शनिवार को बताया, ‘‘एसडीएम राजेश कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया था जिसके बाद स्थानांतरण की कार्रवाई की गई। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अनिल सिंह और अपर जिला अधिकारी (एडीएम) संजय कुमार सिंह द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है।’’
उन्होंने कहा कि जांच टीम तीन दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, एसडीएम राजेश कुमार ने कहा कि शिकायतकर्ता बराती लाल ने 20 सितंबर को उनके कार्यालय में आकर एक 'पट्टा' भूमि (सरकार द्वारा आवंटित भूमि) पर अपना नाम शामिल करने का अनुरोध किया था।
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कुमार ने कहा कि शिकायतकर्ता ने 'पट्टा' भूमि पर अपने दावे को साबित करने के लिए कोई दस्तावेजी सबूत संलग्न नहीं किया था और भूमि रिकॉर्ड में, उसके नाम का उल्लेख नहीं था जो प्रथम दृष्टया उसके दुर्भावनापूर्ण इरादों का संकेत देता है।
कुमार ने कहा कि इस पर संदेह होने पर उन्होंने बराती लाल को साक्ष्य प्रस्तुत न करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता को अवगत कराया गया कि सबूत पेश करने की जिम्मेदारी उसकी है।
एसडीएम राजेश कुमार ने यह भी कहा कि सामने आया वीडियो अपूर्ण है और इसमें एक ही हिस्से को दिखाया गया।