

एक तरफ नोटबंदी को लेकर विपक्ष मोदी सरकार को घेरता रहता है तो दूसरी ओर इनकम टैक्स विभाग नोटबंदी के बाद 1.5 लाख मामलों की जांच कर रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिए आयकर विभाग क्यों कर रहा है मामलों की जांच..
नई दिल्ली: मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के कदम पर विपक्ष हमेशा से निशाना साधता आ रहा है। वहीं इनकम टैक्स विभाग नोटबंदी के बाद 1.5 लाख मामलों की जांच कर रहा है। इन 1.5 लाख मामलों में बड़ी संख्या में 500 और 1000 के पुराने नोट जमा किए गए लेकिन यह नोट कहां से आए यह कोई नहीं जानता। बैंको में जमा किए गए नोटो की कमाई का क्या स्त्रोत है यह साफ नहीं हो पाया है।
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जिन लोगों ने 500 और1000 के बहुत नोट जमा कराए हैं उन्होंने नोटबंदी से पहले अपनी ऐसी किसी आमदनी के बारे में नहीं बताया था। इस मामले में साल 2017-18 से 2018-19 के दौरान गुजरात के लोग सबसे आगे हैं।
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आयकर विभाग के पास जांच के लिए ऐसे 1,34,574 मामले चुने गए हैं। बता दें कि इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 142 (1) के तहत 2017-18 में 2,99,937 जमाकर्ताओं को नोटिस भेजा गया था। नोटबंदी के समय पर जिन लोगों ने बड़ी रकम बैंक में जमा की थी और इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरा था, उन्ही को यह नोटिस भेजा गया था।
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