आयकर विभाग के आला अफसरों पर मोदी सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 की छुट्टी
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 12 अधिकारियों को हटाकर भ्रष्टाचार पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। साथ ही अन्य अधिकारियों को यह संदेश भी दे दिया गया है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हटाए गए सभी अफसरों पर किसी न किसी तरह के आरोप थे।
नई दिल्ली: नई सरकार के गठन के दो सप्ताह के भीतर केंद्र सरकार ने आयकर विभाग के 12 दागी आला अफसरों की छुट्टी कर दी है। इस एक्शन से मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार पर अपना रुख पूरी तरह साफ कर दिया है। साथ ही यह संदेश भी देने की कोशिश की गई है कि भ्रष्ट अधिकारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
पदमुक्त किए गए सभी आला अधिकारियों पर रिश्वत, जबरन वसूली और एक पर महिला अफसरों का यौन शोषण करने जैसे गंभीर आरोप लग चुके हैं। हटाए गए अधिकारियों में एक ज्वाइंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं।
Finance Ministry Sources: 12 senior officers of ranks of Chief Commissioner, Principal Commissioners & Commissioner of Income Tax Department compulsorily retired under Rule 56 by the Finance Ministry. pic.twitter.com/rTXNIBgoUc
— ANI (@ANI) June 10, 2019
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय लोक सेवा (सेवानिवृत्ति) नियमावली, 1972 के मौलिक नियम 56 के तहत इन अफसरों को जबरन सेवानिवृत्त किया गया है। इन सब पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप है और आय के ज्ञात स्त्रोतों से अधिक की संपत्ति पाई गई है।
इससे पहले भी आयकर विभाग ने इन सब पर विभागीय कार्रवाई की थी जिसे अधिकारियों ने अदालत में चुनौती दी थी।
हटाए गए अधिकारियों में सबसे पहला नाम ज्वाइंट कमिश्नर अशोक अग्रवाल का नाम है। जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार और तांत्रिक चंद्रास्वामी की मदद करने वाले व्यापारियों से जबरन वसूली की गंभीर शिकायतें मिलीं थी।
वहीं इनमें एक आईआरएस अधिकारी भी हैं जो नोएडा में कमिश्नर पद पर तैनात थे। उन पर अपने समकक्ष दो महिला अधिकारियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। जबकि एक अन्य आईआरएस अधिकारी पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था। चल और अचल संपत्तियां उन्होंने कथित तौर पर अपने पद के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और गैरकानूनी तरीके से जुटाई थी।
इसके अलावा इनमें आयकर विभाग के कमिश्नर भी हैं जिनके खिलाफ सीबीआई ने आय से अधिक से संपत्ति का मामला दर्ज किया था। 2009 में उनको निलंबित कर दिया गया था।
सेवानिवृत्त किए गए सभी अफसर
- अशोक अग्रवाल - ज्वाइंट कमिश्नर
- आलोक कुमार मित्रा - कमिश्नर
- अरुलप्पा बी - कमिश्नर
- बीवी राजेंद्र - कमिश्नर
- अजय कुमार सिंह - कमिश्नर
- एसके श्रीवास्तव - कमिश्नर
- होमी राजवंश - कमिश्नर
- श्वेताभ सुमन - कमिश्नर
- राजकुमार भार्गव - असिस्टेंट कमिश्नर
- चंद्रसेन भारती - एडिशनल कमिश्नर
- विवेक बत्रा - एडिशनल कमिश्नर
- ए रविंदर - एडिशनल कमिश्नर