यूपी की इस शर्मनाक घटना ने सरकारी सिस्टम को फिर कटघरे में किया खड़ा, देखकर हैरान हर कोई

डीएन ब्यूरो

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता संभालने के वक्त से ही सरकारी सिस्टम को ठीक करने में जुटे हैं लेकिन सिस्टम है कि वह अपनी पुरानी आदतें छोड़ने को राजी नहीं है। पढिये एक चौंकाने वाली खबर..

शव को ठेले में खींचकर ले जाते परिजन
शव को ठेले में खींचकर ले जाते परिजन


संभल: सरकारी सिस्टम को जितना ठीक करने की कोशिश की जा रही है, वह उतना ही गैर-जिम्मेदाराना होता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला यहां जिला अस्पताल में देखने को मिला। अस्पताल की घोर लापरवाही और असंवेदनशीलता के चलते एक परिवार को अपने परिजन का शव ठेले में खींचकर घर ले जाना पड़ा। रास्ते भर जिसने भी ये दृश्य देखा, सभी सरकारी लापरवाही को कोसते रहे।

जानकारी के मुताबिक बरेली सराय निवासी जानकी देवी की तबियत शुक्रवार को दोपहर अचानक खराब हो गयी। कोई साधन न होने के कारण उसकी बहु प्रेमपाल व अन्य परिजन उसे ठेले पर अस्पताल लेकर गये। पास के निजी अस्पताल बंद होने के कारण महिला को जिला अस्पताल ले जाया गया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।  डॉक्टरों ने महिला को ब्राट डेड  करार दिया लेकिन कोरोना की आशंका के चलते उसका परीक्षण करने को कहा।

यह भी पढ़ें | कन्नौजः खेत में मिले 7 मृत मोर, प्रशासन में हडकम्प

कोरोना परीक्षण में महिला की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव पायी गयी और इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक ने महिला को परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद महिला का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया।

महिला का शव घर लेकर जाने के लिये मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन से वाहन उपलब्ध कराने का निवेदन किया। लेकिन अस्पताल ने बहाना बनाकर वाहन देने से मना कर दिया। जिसके बाद मृतक महिला के परिजन शव को ठेले पर लादकर और उसे हाथ से खींचकर घर ले गये। रास्ते में कई लोगों ने इस दृश्य को देखा और इसका वीडियो बना लिया। वीडियो से अस्पताल की लापरवाही उजागर हो गयी लेकिन साथ ही यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी तेजी के साथ वायरल हो रहा है। जिसके बाद अस्पताल की निंदा की जा रही है।  
 

यह भी पढ़ें | महराजगंजः मजबूर बाप अपनी 2 दिव्यांग बेटियों के सर्टिफिकेट के लिए भटकने को मजबूर










संबंधित समाचार