‘निर्भया’ फैसले पर प्रतिक्रिया

डीएन संवाददाता

सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया कांड में दोषी पाए गए चारों आरोपियों की फांसी की सजा बरकरार रखी है। अब तय है कि आरोपियों को फांसी की सजा होगी।

मेनका गांधी
मेनका गांधी


नई दिल्लीः चार साल से फैसले की आस लगाए निर्भया के परिवार वालों को आज के फैसले का बेसब्री से इंतजार था। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से निर्भया के परिवार वालों को बड़ी राहत मिली है। न सिर्फ निर्भया के परिवार वालों को बल्कि पूरे देश को इस फैसले का बेसब्री से इंतजार था।

निर्भया के पिता बदरी सिंह

निर्भया के पिता बदरी सिंह ने कहा कि इस फैसले ने हमें और निर्भया को जीत दिलाई है। देर हुई लेकिन न्याय मिला अब मुझे कोई गिला नहीं।

निर्भया की मां आशा देवी

निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि देर है पर अंधेर नहीं। हर पीड़ित लड़की के लिए लड़ती रहूंगी।

दोषियों के वकील एपी सिंह

दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि समाज में मैसेज देने के लिए किसी को फांसी नहीं दे सकते। ह्यूमन राइट्स की धज्जियां उड़ गईं। साथ ही उन्होंने कहा कि न्याय नहीं हुआ, हम रिव्यू पिटीशन दाखिल करेंगे।

केंद्रीय मंत्री मेनेका गांधी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ये जो फांसी की सजा का फैसला बरकरार रखा है इससे मैं खुश हूं। कोर्ट ने निर्भया के पक्ष में फैसला लिया है।

नेता सीपीआईएम बृंदा करात ने कहा कि वैसे तो मैं मृत्युदंड के खिलाफ हूं लेकिन ये ऐसा घृणित मामला था कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से खुशी हुई।

 










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