मोदी ही नहीं.. सीनचेन-डोरेमॉन, मोटू-पतलू की राखियों से भी सजा है बाजार

डीएन ब्यूरो

रक्षाबंधन को लेकर देश भर का बाजार तरह-तरह की राखियों से सजा पड़ा हैं। बात अगर राखियों की वैराइटियों की करें तो यहां मोदी, मोटू- पतलू समेत डायमंड व गोल्ड की राखियां बहनों को खूब आकर्षित कर रही हैं। राखियों की कीमत 5 रुपए से लेकर 3 लाख तक हैं। डाइनामाइट न्यूज़ ने जब राखियों के बाजार की पड़ताल की तो कई दिलचस्प बाते सामने आयी। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

फाइल  फोटो
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नई दिल्लीः पूरे देश में रक्षाबंधन की धूम मची हुई है। देश भर के बाजार राखियों से अटे पड़े हैं। बाजारों में रंग- बिरंगी राखियां भाइयों के कलाइयों की शोभा बढ़ाने के लिए बेताब है। बात अगर इन राखियों के वैराइटियों की करें तो इनमें रूबी, मोतियों, रंग- बिरंगे पत्थरों, सिल्वर, गोल्ड और डायमंड समेत कई प्रकार की राखियां बाजार में छाई पड़ी है।

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बाजार में 5 रुपए से लेकर 3 लाख तक की राखियां

वैसे कहा जाता है कि प्यार के धागे की कोई कीमत नहीं होती है। जहां कुछ सालों पहले बहनें अपने भाइयों की कलाइयों पर रेशम का धागा बांधती थी। वहीं अब बदलते समय के साथ रेशम के धागे की जगह मंहगी और डिजाइनिंग वाली राखियों ने ले ली है, वो भी डिजाइनर राखियों ने। बाजारों में चंदन की लकड़ी से बने गणेश हों या रूबी जैसे महंगे पत्थर से बने फूलों के आकार की राखियां विशेषतौर पर बहनें पसंद कर रही हैं। ये राखियां बेहद खूबसूरत हैं।

गोल्ड और डायमंड की राखियां

बाजारों में गोल्ड और डायमंड की राखियां भी है। गोल्ड की राखियां जहां 20 हजार से 40 हजार रुपए तक की है। वहीं, भाई के हाथों पर चमचमती हुई डायमंड की राखी बांधने के लिए बहनों को एक से तीन लाख तक के रुपए खर्च करने होंगे। अगर आप सस्ती और साधारण राखी लेना चाहती हैं तो बाजारों में आपको ऐसी राखियां भी मिल जाएंगी। साधारण राखियों के लिए आपको 5 रुपए से लेकर 200 रुपए तक खर्च करने पड़ेंगे।

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इको फ्रेंडली राखियां

बात अगर इको फ्रेंडली राखियों की करें तो बहनों को ये राखियां भी खूब लुभा रहीं है। इको फ्रेंडली राखियों की खासियत यह हैं कि ये पूरी तरह से डिग्रेडेबल चीजों से बनी है। इन्हें खूबसूरती से फूलों के बीजों को सजाया गया है। ट्रेंड की बात करें तो बाजार में इस बार लुंबा राखी, जड़ी राखी, स्टोन राखी, टैडी बियर राखी, लाइट वाली राखियों की खासी डिमांड है। इसके साथ ही सिल्वर राखी भी बहनें खूब खरीद रही हैं। क्योंकि भाई चाहते हैं कि उनकी बहन का प्यार लंबे वक्त तक उनकी कलाई की शोभा बढ़ाते रहे। 

मोदी राखियों से बाजार हुआ मोदीमय

मोदी न सिर्फ राजनीति में धूम मचा रहे हैं बल्कि उनका बाजार भाव भी बढ़ गया है। इसका असर बाजार में साफ देखा जा रहा हैं। मोदी गुझिया, पतंग, कुर्ते, पिचकारी और पटाखों के बाद अब बाजार में 'मोदी राखी' ने धूम मचा रखी है। वहीं 'पीके राखी' भी इसे बराबर की टक्कर देती नजर आ रही हैं। यह बहनों की पहली पसंद बनी हुई है।

 

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डोरेमॉन, मोटू-पतलू भी बनी बहनों की पसंद

बड़े तो बड़े, छोटे बच्चों की राखियां भी रंग जमाने में पीछे नहीं है। यूं तो बाजार में हर साल कुछ न कुछ खास होता है। इस बार बहनें अपने छोटे भाइयों के लिए कार्टून, सुपर हीरो, टॉय काफी पसंद कर रही हैं। ऐसे में उनके लिए विशेष रूप से सीनचेन, डोरेमॉन, ड्रैगन, रेंजर, मोटू-पतलू आदि कार्टून करेक्टर वाली राखियां बाजार की न सिर्फ रौनक बढ़ा रही है बल्कि दुकानदारों को इन्हें रखने से काफी फायदा पहुंच रहा है। 

ऐसे सजाई जा रही हैं राखी की थाल

 बात राखियों की तो हो गई अब भला इसकी थाल को कौन भूलना चाहेगा। क्योंकि बहनें भाइयों से उपहार लेने के लिए न सिर्फ चुन- चुन कर राखियों को खरीद रहीं है वहीं वो इसकी थाल के आकर्षक लगने को लेकर भी काफी सतर्क है। रंग-बिरंगे व वेलवेट के कागज से राखी की थाल को सजाया गया है व उसमें मोती, सितारे व चमकीली चीजों की मदद ली गई है। इस खास थाल में रोली, चावल, चंदन, कलावा व दीपक को चिपकाया गया है। रक्षाबंधन के अवसर की तमाम पूजा की सामग्री, जिसमें दरवाजों पर लगाए जाने वाले स्टीकर व पूजा की राखी शामिल है।










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