पीएम मोदी की चेतावनी- देश कोरोना की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा, COVID19 पर नियंत्रण नहीं तो स्थिति होगी भयावह

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग बैठक करके कोरोना को लेकर फिर आगाह किया। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर यदि नियंत्रण नहीं पाया गया तो स्थिति भयावह होगी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की मीटिंग
पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की मीटिंग


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग ऑनलाइन बैठक करके कोरोना की स्थिति को लेकर राज्यों को आगाह किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस समय कोरोना  की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा है, ऐसे में कोरोना संक्रमण पर यदि समय रहते नियंत्रण नहीं पाया गया तो स्थिति बेहद भयावह होगी। इसलिए, कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए कोरोना के खिलाफ प्रभावी कदम उठाया जाना आवश्यक है। 

मोदी ने देश में इस समय सबसे ज्यादा कोरोना वायरस वाले राज्यों यानि तमिलनाडु, कर्नाटक, ओड़िशा, महाराष्ट्र, केरल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों संग बैठक करके सभी को कोविड-19 पर नियंत्रण लाने के प्रयास तेज करने को कहा।  

डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये कोरोना की रोकथाम को लेकर पीएम मोदी द्वारा कही गई कुछ खास बातें। 

1) Test, Track, Treat और टीका की हमारी रणनीति फोकस करते हुए ही हमें आगे बढ़ना है। Micro-containment zones पर हमें विशेष ध्यान देना होगा।

2) जिन जिलों में positivity rate ज्यादा है, जहां से number of cases ज्यादा आ रहे हैं, वहाँ उतना ही ज्यादा फोकस भी होना चाहिए।

3) बहुत जरूरी है कि जिन राज्यों में केसेस बढ़ रहे हैं, उन्हें proactive measures लेते हुए तीसरी लहर की किसी भी आशंका को रोकना होगा। 

4) देश के सभी राज्यों को नए आईसीयू बेड्स बनाने, टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने और दूसरी सभी जरूरतों के लिए फंड उपलब्ध करवाया जा रहा है।

5) केंद्र सरकार ने हाल ही में, 23 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का एमर्जन्सी कोविड रेस्पोंस पैकेज भी जारी किया है। 

6) एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लंबे समय तक लगातार केसेस बढ़ने से कोरोना के वायरस में mutation की आशंका बढ़ जाती है, नए नए variants का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, तीसरी लहर को रोकने के लिए कोरोना के खिलाफ प्रभावी कदम उठाया जाना आवश्यक है। 

7) शुरुआत में विशेषज्ञ ये मान रहे थे कि जहां से सेकंड वेव की शुरुआत हुई थी, वहाँ स्थिति पहले नियंत्रण में होगी।

8) लेकिन महाराष्ट्र और केरल में केसेस में इजाफा देखने को मिल रहा है। ये वाकई हम सबके लिए, देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। 










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