Covid-19 Vaccination: कोरोना टीकाकरण को लेकर PM मोदी ने की मुख्‍यमंत्रियों से चर्चा, जानिये खास बातें

डीएन ब्यूरो

देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की रूपरेखा तय करने समेत कई मुद्दों पर चर्चा के लिये पीएम मोदी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। जानिये, इस बैठक से जुड़ा ताजा अपडेट

पीएम मोदी की वीडियो कॉंप्रेंसिंग से मुख्यमंत्रियों संग बातचीत
पीएम मोदी की वीडियो कॉंप्रेंसिंग से मुख्यमंत्रियों संग बातचीत


नई दिल्ली: देश में कोरोना टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। कोविड-19 वैक्सीन अभियान की रूपरेखा तय करने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर पीएम मोदी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हो रही इस बैठक में सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में टीकाकरण अभियान की तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी गयी। साथ ही इसमें आने वाली चुनौतियों से निपटने पर भी चर्चा की गयी। इस मौके पर पीएम मोदी ने देश के लोगों को कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाहों से बचने की सलाद भी दी।

मुख्यमंत्रियों संग चर्चा में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह की अफवाहों पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी राज्यों की है। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर वैज्ञानिक समुदाय की सलाह के आधार पर हम काम करते रहेंगे, हम उसी दिशा में चले हैं। इसलिये अफवाहों पर ध्यान न दें।

पीएम मोदी ने कहा कि ये हम सभी के लिए गौरव की बात है कि जिन दो वैक्सीन को इमरजेंसी यूज का ऑथराइजेशन दिया गया है, वो दोनों ही मेड इन इंडिया हैं। भारत को टीकाकरण का जो अनुभव है, जो दूर-सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचने की व्यवस्थाएं हैं वो कोरोना टीकाकरण में बहुत काम आने वाली हैं।

मुख्यमंत्रियों संग बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले देश के फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना का वैक्सीन लगेगा। इसके बाद सफाई कर्मियों को टीका लगेगा। इसके बाद पुलिसकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों, सुरक्षा बल के जवानों को कोरोना का वैक्सीनेशन होगा। दूसरे चरण में 50 वर्ष से ऊपर के लोगों और जो लोग संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील हैं, उन्हें टीका लगेगा।  


भारत का टीकाकरण अभियान विश्व का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है। देश के अधिकांश राज्‍यों ने टीकाकरण अभियान को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं।

भारतीय दवा महानियंत्रक यानी डीसीजीआइ ने देश में दो वैक्‍सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति दे दी है जिसके बाद प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह पहली बैठक हो रही है। डीसीजीआइ ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्‍तेमाल को मंजूरी दी है










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