Parliament Special Session: संसद के विशेष सत्र में पीएम मोदी का संबोधन, जानिये लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

डीएन ब्यूरो

केंद्र सरकार द्वार बुलाये गये संसद के 5 दिवसीय विशेष सत्र का आगाज हो चुका है। पीएम मोदी लोकसभा के संबोथित कर रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

लोकसभा को संबोथित करते पीएम मोदी
लोकसभा को संबोथित करते पीएम मोदी


नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा बुलाये गये संसद के विशेष सत्र का सोमवार को आगाज हो गया। सत्र की शुरूआत में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘दूरदर्शी’ नेतृत्व की सराहना की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गणेश चतुर्थी के दिन मंगलवार को नए संसद में कामकाज होने का उल्लेख करते हुए कहा कि नए स्थान पर यात्रा को आगे बढ़ाते समय, नए संकल्प, नई ऊर्जा और नए विश्वास से काम करना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद के विशेष सत्र के दौरान लोक सभा को संबोधित कर रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें।

पीएम मोदी ने अपने वक्त को याद करते हुए कहा कि मैं पहली बार जब संसद का सदस्य बना और सांसद के रूप में इस भवन में प्रवेश किया तब इस संसद भवन के दरवाजे पर अपना शीश झुकाकर इस लोकतंत्र के मंदिर में श्रद्धा भाव से कदम रखा था। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह देश के लिए आगे बढ़ने का अवसर है। हम भले ही संसद के नये भवन में प्रवेश करेंगे लेकिन यह पुराना भवन हमेशा नई पीढ़ी को प्रेरणा देता रहेगा।

उन्होंने कहा कि जी-20 की सफलता भारत का गौरव बढ़ा रहा है।

उन्होंने कहा रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला गरीब बच्चा संसद पहुंच गया। मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि देश इतना आशीर्वाद देगा, इतना प्यार देगा, ये कभी सोचा नहीं था।

पीएम मोदी ने कहा, कोरोना काल में भी हमने देश का काम रुकने नहीं दिया। मास्क लगाकर आना पड़ता था। सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करते थे। सदन से सदस्यों का हमने लगाव देखा है। कोई पुराना सदस्य जो पहले रहा हो, वह सदन के सेंट्रल हॉल जरूर आता है।

इससे पहले संसद भवन परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस सत्र की एक विशेषता ये है कि 75 साल की यात्रा अब नये मुकाम से शुरू हो रही है।

उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता और जी 20 के सफल आयोजन के बायद यह सत्र आरंभ हो रहा है, इसलिए इसका महत्व और बढ़ जाता है।

उन्होंने कहा, ‘‘जी20 में भारत हमेशा इस बात के लिए गर्व करेगा कि हम ग्लोबल साउथ की आवाज बनें। अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता और सर्वसम्मति से जी20 का घोषणापत्र, ये सारी बातें भारत के उज्ज्वल भविष्य का संकेत दे रही हैं।’’

पीएम मोदी ने कहा, ये वो सदन है जहां कभी भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त ने अपनी वीरता सामर्थ्य को बम का धमाका करके अंग्रेज सल्तनत को जगा दिया था। अटल जी कहते थे कि सरकारें आएंगी जाएगी, पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी, लेकिन ये देश बना रहना चाहिए।

इसके अलावा पीएम मोदी ने पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी याद किया। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू को कई बातों के लिए याद किया जाता है। लेकिन ये वह सदन है, जहां पंडिंत नेहरू का स्ट्रोक ऑफ मिडनाइट की गूंज को कोई नहीं भूल सकता। पीएम मोदी ने कहा, बहुत सी बातें ऐसी थीं, जो हर किसी की ताली की हकदार थीं, लेकिन राजनीति उनमें भी आड़े आ गई। कौन ऐसा सदस्य होगा, जो नेहरू जी के गुणगान के समय ताली बजाने का मन न करे। मुझे पूरा विश्वास है कि हम नई संसद में जाएंगे, तो नए विश्वास के साथ जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘2047 तक देश को विकसित बनाना है। इसके लिए जितने भी निर्णय होने वाले हैं, वो सभी इस नए संसद भवन में होंगे।’’ उन्होंने कहा कि उमंग और विश्वास के साथ ‘हम नये सदन में प्रवेश करेंगे।’ उन्होंने कहा कि यह सत्र बहुत मूल्यवान है।










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