बड़ी ख़बर: एक साथ 9 आईएएस अफ़सरों को रिटायर करने की सिफ़ारिश, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

कर्तव्य में लापरवाही के कारण 9 आईएएस अफसरों को सेवानिवृत्ति देने की सिफारिश की गई है। लेकिन समय से पहले रिटायर की इस सिफारिश की कानूनी वैधता को लेकर सवाल भी उठाये जा रहे है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

आईएएस अफसरों के रिटारमेंट की सिफारिश पर सवाल
आईएएस अफसरों के रिटारमेंट की सिफारिश पर सवाल


नई दिल्ली: एक ताजा मामले में एक साथ 9 आईएएस अफ़सरों को रिटायर करने की सिफ़ारिश की गई है। मामला तमिलनाडु का है। तमिलनाडु के मुख्य सूचना आयुक्त एस. मुथुराज ने कर्तव्य में लापरवाही के कारण 9 आईएएस अफसरों को सेवानिवृत्ति देने की सिफारिश की है। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को इन अफसरों को समय से पहले रिटायर करने की अपनी सिफारिश भेजी है। हालांकि उनकी इस सिफारिश की कानूनी वैधता को लेकर सवाल उठाये जा रहे है और मामले को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। 

तमिलनाडु के मुख्य सूचना आयुक्त ने राज्य के जिन 9 अफसरों को रिटायर करने की सिफारिश की है, उनमें सुरजीत के चौधरी, विभू नायक, काकर्ला ऊषा, डी. जग्गनाथ, के. श्रीनिवासन, के. नंदकुमार, एस. जयंधि, एन. वैंकटेश और जी लता शामिल है। इन सभी पर जून 2011 से अक्टूबर 2020 के बीच शिक्षक नियुक्ति बोर्ड के चैयरमेन के रूप में कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए रिटायरमेंट करने की सिफारिश की गई है। 

दरअसल, यह मामला सूचना के अधिकार (आईटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराने में लापरवाही बरतने का है। मुख्य सूचना आयुक्त के फैसले पर आईटीआई कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस मामले ने यह साबित कर दिया है कि समय पर जानकारी न देने पर अधिकारियों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। लेकिन दूसरी तरफ सूचना आयुक्त की सिफारिश की कानूनी वैधता को लेकर जानकार सवाल भी उठा रहे है। अब देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले समय में यह मामला किसी तरह शांत होता है या फिर इन अफसरों को रिटायर किया जाता है।  










संबंधित समाचार