लखनऊ: कैबिनेट मंत्री बोले, सहकारी बैंकों को नेशनल बैंकों की तरह मॉडर्न बनायेगी सरकार

डीएन संवाददाता

यूपी के कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने खुलासा किया कि वर्ष 2018 कॉपरेटिव बैंक का कुल लाभ 50 करोड रुपए से अधिक रहा है, जो अब तक के कॉपरेटिव बैंकों के इतिहास में सबसे बड़ा मुनाफा है। पूरी खबर..



लखनऊ: यूपी के कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सहकारी बैंकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों की तर्ज पर मॉडर्न बनाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों की तर्ज पर मॉडर्न बनाया जा रहा है तथा ग्राहकों को मॉडर्न समय की जरूरतों के हिसाब से तकनीकी सुविधाएं भी उपलब्ध कराने के सरकारी प्रयास जारी हैं। इसी दिशा में पारदर्शिता को बढ़ाने और ग्राहकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए खातों की लेनदेन संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक मोबाइल ऐप M पास बुक ऐप भी लांच किया गया है। 

उन्होंने कहा कि कॉपरेटिव बैंक का 2018 में कुल लाभ 50 करोड रुपए से अधिक रहा है, जो अब तक के कॉपरेटिव बैंकों के इतिहास में सबसे बड़ा मुनाफा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी इसी तरह से बैंक मुनाफा अर्जित करता रहेगा, जिससे पिछले सालों में हुए घाटे की भरपाई की जा सकेगी।

आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक द्वारा सुरक्षित निवेश और अधिक लाभ अर्जित करने के मकसद से भारत सरकार की खाद्य सुरक्षा योजना एफसीसी में 1000 करोड़ से अधिक का निवेश किया गया है। जिससे बैंक को 2018- 19 में 95 करोड़ रुपए से अधिक की आय होगी, जबकि बैंक द्वारा ही 'इफको' को 400 करोड रुपए FCI में 250 करोड़ रुपए का शार्ट टर्म कर्ज उपलब्ध कराया गया है। जिससे बैंक को अच्छी आय होगी। 

इसके अलावा उन्होंने बताया कि यूपी के 16 कमजोर आर्थिक स्थिति वाले जिला सहकारी बैंकों में से 10 जिला सहकारी बैंकों को सीबीएस सिस्टम से जोड़ दिया गया है। जबकि बाकी 6 जिला सहकारी बैंकों को आने वाले समय में जल्द ही सीबीएस सिस्टम से जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने  कहा कि जिन बैंक अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की गंभीर शिकायतें थी। उनको निलंबित करने का भी काम किया गया है। उन्होंने बताया कि आगे भी जिन अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें आएंगी, उनके खिलाफ इसी तरह की कड़ी कार्यवाही की जाएगी।










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