DN Exclusive महराजगंज: निचलौल-ठूठीबारी सफर में जनता बेहाल, नेताओं की अनदेखी से सड़क बदहाल
सड़कों से केवल राहगीर और वाहन ही नहीं गुजरते, सड़कों से विकास भी गुजरता है। इन पर महज गाड़ियों के पहिये ही नहीं, बल्कि देश की आर्थिकी के चक्के भी घूमते हैं। घंटों के सफर को मिनटों में तब्दील करने वाली सड़कें कई इंसानी तकलीफों को भी कम करती हैं लेकिन जहां सड़कें उबड़-खाबड़, बीमार और गढ्ढ़ा युक्त हों, वहां विकास, आर्थिकी और सहूलियतें लड़खड़ा जाती है। सड़कों के इन्हीं आयामों को आधार बनाकर डाइनामाइट न्यूज पेश कर रहा है एक स्पेशल सीरिज। इस सीरिज के चौथे भाग में पेश है- महराजगंज से निचलौल-ठूठीबारी सड़क की दास्तां..
महराजगंज: किसी भी क्षेत्र की सड़कें वहां की कई कहानियां भी बयां करती है। जिन सड़कों पर चक्के जितने तेज घूमेंगे, वहां सहूलियतों समेत विकास की रफ्तार भी उतनी ही तेज होंगी। यही एक बड़ा कारण रहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की नई सरकार बनते ही सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले राज्य की सड़कों को गढ्ढ़ा मुक्त कराने की घोषणा की। सीएम योगी की इस घोषणा से राज्य की जनता को लगा कि नये मुख्यमंत्री ने उनके दुखती रग का इलाज ढूंढ लिया है, लेकिन 9 माह बीत जाने की बाद भी उनकी यह घोषणा ढाक के तीन पात ही साबित हुई। जिले की कई सड़कें तो कम से कम यही कहती है।
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जनता की भारी मांग
महराजगंज जिले और इससे जुड़ी की सड़कों का जायजा लेने निकली डाइनामाइट न्यूज की टीम ने आज चौथे दिन महराजगंज के निचलौल-ठूठीबारी सड़क का सफर तय किया और जाना इस मार्ग का हाल। हालांकि इस मार्ग का जायजा डाइनामाइट न्यूज की टीम पहले भी ले चुकी है, लेकिन जनता की भारी मांग के चलते इस सड़क पर हमने दोबारा सफर किया, वो भी जनता के साथ और जाना उन अन्य मुद्दों को जिनको जनता सामने लाना चाहती थी।
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जितनी बड़ी सड़क, उतनी ज्यादा असुविधायें
निचलौल से ठूठीबारी और वहाँ से नौतनवा की सड़क जिले की अति अत्यंत महत्वपूर्ण सड़क हैं। यह सड़क जिले की अति प्राचीन सड़कों में शुमार है। हमने पहले भी बताया था कि इस सड़क के कई ऐतिहासिक और भौगोलिक महत्व है। कनेक्टविटी के लिहाज से यह सड़क जिले की लाइफ लाइन भी है। इस पर प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों में हजारों मुसाफिर सफर करते हैं। जिला मुख्यालय समेत कई महत्वपूर्ण शहरों और कस्बों को जोड़ने वाली इस सड़क का जितना ज्यादा महत्व है, असुविधायें भी उतनी ही अधिक है।
हिचकोले खाते यात्री और बस के ब्रेक
डाइनामाइट न्यूज टीम ने निचलौल-ठूठीबारी और वहां से नौतनवां की इस सड़क पर चलने वाली अलग-अलग बसों में सफर किया, ताकि अलग-अलग लोगों से उनका अनुभव लिया जाये और सफर की ग्राउंड जीरो रिपोर्टिंग की जा सके। इस सफर के दौरान हमने महसूस किया कि जैसे बसें किसी सड़क पर नहीं बल्कि किसी गढ्ढ़ायुक्त मार्ग पर चल रही हो। हिचकोले खाते यात्री और गढ्ढ़ों के कारण जगह-जगह लगते बस के ब्रेक से किसी का बेहतर सफर भी इस सड़क पर उबाऊ, थकाऊ और बीमार बना देने वाला हो सकता है। गर्भवति महिलाओं, बीमार लोगों, बच्चों और बुजुर्गों के लिये यह सफर किसी भी कीमत पर सुरक्षित नहीं है।
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राष्ट्रीय राजमार्ग फिलहाल सपना
40 किलोमीटर लंबी निचलौल-ठूठीबारी सड़क आज दयनीय स्थिती में है। हालांकि इस मार्ग को दो साल पहले राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जा चुका है, लेकिन सड़क उन्नयन के कोई लक्षण इस सफर में नजर नहीं आते है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग फिलहाल सपना ही नजर आता है और यह सपना कब पूरा होगा, कोई नहीं बता सकता। सड़क में गढ्ढे और गढ्ढ़ों में लबालब पानी भरा होने के कारण आये दिन यहां सड़क हादसे होते रहते है। कायदे से सड़क के दोनो ओर राहगीरों के लिये फुटपाथ और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था होनी चाहिये, लेकिन दोनो ही जरूरी सुविधायें इस मार्ग पर नदारद है। सड़क के दोनो तरफ कई जगहों पर घनी बस्तियां है, जहां रोड़ क्रासिंग के लिये कोई व्यवस्था नहीं है। इस मार्ग से गुजरने वाली बसों में स्कूली छात्र-छात्रायें सफर करती है, लेकिन घटिया सड़क के कारण बसों की धीमी रफ्तार के कारण वो कई बार समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं।
नेताओं के झूठे वायदे
इस सड़के से सटी बस्तियों और बसों में सफर करने वाले लोगों का कहना है कि वो अपने जनप्रतिनिधियों से कई बार सड़क को सुधारने की मांग कर चुके है। चुनाव के वक्त हर नेता सड़क को सुधारने का वायदा करता है लेकिन चुनाव जीतने के बाद सड़क को ठीक करना तो दूर, नेता ही नजर नहीं आता है। जनता यहां के स्थानीय नेताओं से काफी नाराज है। जनता का कहना है कि सड़क की बदहाली के लिये नेता ही जिम्मेदार है, जो जनता की सुविधाओं की जरा भी परवाह नहीं करते।
(महराजगंज जिले की सड़कों का हाल जानने और इनके सुरतेहाल बदलने के लिये डाइनामाइट न्यूज़ ने एक खास मुहिम शुरू की है। इस पहल में डाइनामाइट न्यूज़ आपका स्वागत करता है। डाइनामाइट न्यूज़ का मोबाइल एप.. 9999450888 पर मिस्ड काल कर नि:शुल्क डाउनलोड करें)