महराजगंज: मदरसे में राष्ट्रगान..आरोपी की जमानत याचिका के खिलाफ वकीलों में भारी आक्रोश, चैंबर में तोड़फोड़

डीएन संवाददाता

कोल्हुई मदरसे में राष्ट्रगान का विरोध करने के मामले ने गुरूवार को यहां नया मोड़ ले लिया। इस केस में आरोपी मौलाना की जमानत याचिका दाखिल करने को लेकर जिले के अधिवक्ताओं में भारी रोष है। डाइनामाइट न्यूज़ की स्पेशल रिपोर्ट



महराजगंज: कोल्हुई मदरसे में राष्ट्रगान गाने से रोकने वाले आरोपी मौलाना की जमानत याचिका दाखिल करने को लेकर गुरूवार को जिले के अधिवक्ताओं का जबरदस्त गुस्सा फूट पड़ा। आरोपी की जमानत याचिका दाखिल करने वाले अधिवक्ता मनोज सिंह के चैम्बर में अन्य वकीलों द्वारा जमकर तोड़फोड़ की गयी। मौके पर भारी तनाव का माहौल है। सूचना के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।

यह भी पढ़ें: महराजगंज: मदरसे में राष्ट्रगान के नाम पर भड़के मौलाना, झगड़े के बाद मुकदमा और गिरफ्तारी 

अधिवक्ता के चैम्बर में की गयी तोड़फोड़

 

जमानत याचिका का विरोध करने वालों वकीलों का कहना है आरोपी मौलाना ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रगान का विरोध करके राष्ट्र विरोधी काम किया है, इसलिये कोई भी वकील उनका कैस नहीं लड़ेगा और मामले में आरोपी की पैरवी करने वालों का विरोध किया जायेगा।   

यह भी पढ़ें | महराजगंज: एसएसबी जवानों पर मजदूर को पीटने का आरोप, लोगों में भारी आक्रोश

अधिवक्ता मनोज के चैंबर में तोड़फोड़ में नहीं बची कोई भी चीज 

 

जिले के कोल्हुई मदरसे में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडारोहण के बाद राष्ट्रगान का विरोध करने वाले आरोपी मौलाना को पहले ही मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में बंद मौलाना की जमानत को लिये अधिवक्ता मनोज सिंह द्वारा जमानत के लिये प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसको लेकर अन्य अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश छा गया। गुस्साये वकीलों ने जमानत याचिका दाखिल करने वाले अधिवक्ता के चैम्बर में जमकर तोड़फोड़ की। वकील की तख्त, झोपड़ी और कुर्सी-टेबल को तोड़ दिया गया। 

तोड़फोड़ से सिविल कोर्ट परिसर में मची रही अफरा-तफरी

 

सिविल कोर्ट परिसर में इस दौरान आधे घंटे तक अफरा-तफरी मची रही। तोड़फोड़ और हंगामे की सूचना के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची और विवाद को शांत कराने का प्रयास किया। 

यह भी पढ़ें | महराजगंज: प्रधान प्रतिनिधि पर दो दर्जन लोगों ने किया कुदाल-फावड़े और लाठी-डंडों से हमला

तोड़फोड़ के बाद कुर्सी-टेबल

 

जिले के वकीलों की कहना है कि राष्ट्रगान का विरोध करना राष्ट्र का विरोध करना है, ऐसे में राष्ट्रविरोधी किसी भी व्यक्ति को जमानत नहीं दी जानी चाहिये और ना ही किसी अधिवक्ता को किसी राष्ट्रविरोधी व्यक्ति की पैरवी करना चाहिये। इस मामले को लेकर वकीलों व्यापक आक्रोश व्याप्त है। अधिवक्ता मनोज सिंह द्वारा जमानत याचिका दायर किये जाने का अन्य अधिवक्ताओं द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है। 

 










संबंधित समाचार