लखनऊ: बैंकों के सर्वर हैक कर ऑनलाइन ठगी करने वाले नाइजीरियन गैंग का पर्दाफाश

डीएन संवाददाता

बड़ी तादाद में लोगों और सरकारी संस्थाओं को चुना लगाकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का लखनऊ की साइबर क्राइम सेल ने भंडाफोड़ किया है। इस मामले में एक नाइजीरियन को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है। पूरी खबर



लखनऊ: राजधानी में लोगों के अकाउंट से पैसा निकाल कर ठगी के मामले को अंजाम देने वाले नाइजीरियन गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। पिछले कुछ दिनों से लोगों के अकाउंट से ATM के माध्यम से पैसा निकालने की काफी शिकायतें लखनऊ साइबर क्राइम सेल को मिल रही थी, जिसको लेकर साइबर क्राइम सेल की टीम पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी थी। इस खुलासे से खुश होकर लखनऊ आईजी रेंज में साइबर क्राइम सेल की टीम को ₹25000 देने की घोषणा की है।

पुलिस कर रही थी संयुक्त कार्यवाही

मामले की जानकारी देते हुए लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के मामले में मुकदमा संख्या 98/ 2018, धारा 420 आईपीसी और 66 आईटी एक्ट के तहत कैसरबाग थाने में दर्ज कराया गया था, जिसकी जांच साइबर क्राइम सेल और कैसरबाग पुलिस संयुक्त रुप से कर रही थी।

फर्जी मेल कर 47 लाख रुपए ट्रांसफर करने को कहा

SSP दीपक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम मेलविन राबिन ऐमन है, जो मुंबई का रहने वाला है। पूछताछ में गिरफ्तार शातिर आरोपी ने बताया कि नाइजीरियन गैंग के लोगों ने यूपी कोआपरेटिव बैंक मुरादाबाद के सर्वर को हैक कर एक मेल कर यूपी कोआपरेटिव बैंक लखनऊ को 47 लाख रुपए का ट्रांसफर जॉर्डन ट्रैवल्स नाम की एक निजी संस्था को करने को कहा। इस पर यूपी कोआपरेटिव बैंक लखनऊ ने 47 लाख रुपए की धनराशि को पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दिया।

नौकरी का लालच देकर भी ठगी

गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि वह इस ऑनलाइन ठगी गैंग से 2017 से जुड़ा है और उसने बताया की यह गैंग naukri.com के माध्यम से भी  युवाओं को नौकरी का लालच देकर अलग अलग खातों में फर्जी तरीके से पैसा जमा कराता था। वहीं दूसरी कई नामी गिरामी कंपनियों से भी ठगी के मामले को अंजाम दिया।

पैसे का लालच देकर फर्जी खाता

SSP दीपक कुमार ने इस पूरे फर्जीवाड़े के खेल का खुलासा करते हुए बताया कि नाइजीरियन गैंग के लोग भारतीय मूल के लोगों को पैसे का लालच देकर फर्जी खाता खुलवाते थे। फिर उन खातों में बैंकों के सर्वर को हैक कर पैसे जमा कराए जाते थे और फिर ठगी के रूप में से कुछ हिस्सा अकाउंट होल्डर को और कुछ पैसा ATM से पैसे निकालने वालों को बांट दिया जाता था।

साइबर क्राइम से अलर्ट रहने की अपील 

एसएसपी दीपक कुमार ने लखनऊ वासियों से अपील करते हुए कहा कि साइबर क्राइम से जुड़े लोग बेहद शातिराना तरीके से अपने काम को अंजाम देते हैं। ऐसे में बैंक कस्टमर को भी कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए। जैसे अपने ATM का पिन कोड ना बताना, ATM से पैसे निकालते समय सावधानी रखना, समय-समय पर एटीएम के पिन बदलते रहना।

मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश

उन्होंने बताया कि लखनऊ पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर पूरे गिरोह के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि जिन लोगों के साथ साइबर ठगी होती है, उन्हें थाने के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। वह यूपी पुलिस की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
 










संबंधित समाचार