Crime in UP: पैसा दोगुना कराने का लालच देकर नकली नोट बनाने और ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार, जानिये जालसाजों का पूरा काला कारनामा

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने पैसा दोगुना कराने का लालच देकर जाली नोट बनाने और लोगों से ठगी करने वाले जालसाजों के एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है। गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिये इन जालसाजों का काला कारनामा



लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को पैसा दोगुना कराने का लालच देता था और नकली नोट बनाकर ठगी के काम को अंजाम देता था। लोगों को कूटरचित भारतीय जाली मुद्रा देने के नाम पर ठगी करने वाले दो जालसाजों को लखीमपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों जालसाजों ने अपने काले कारनामें की जो कहनी पुलिस पूछताछ में बतायी, उसे जानकर हर कोई हैरान रह जायेगा। 

एसटीएफ ने इन जालसाजों को टेहरा तिराहा, पलिया थाना क्षेत्र जनपद लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार किया है। शनिवार को गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गोण्डा निवासी गोविन्द निषाद उर्फ गुरूजी और गणेश निषाद पुत्र गोविन्द निषाद के रूप में की गई। दोनों के कब्जे से 22,39,200 रुपये की असली भारतीय मुद्रा भी बरामद की गई। 

एसटीएप को कूटरचित भारतीय जाली मुद्रा देने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। ठगी करने वाले गिरोह के विरूद्ध वादी मुख्तार सिंह निवासी अहिरन द्वितीय द्वारा थाना पलिया, जनपद लखीमपुर खीरी में अभियोग पंजीकृत कराया गया था। एसटीएफ लखनऊ के पर्यवेक्षण में विभिन्न इकाईयों/टीमों ने इस संबंध में सूचना जुटानी शुरू की। 

उक्त मुकदमें में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिये सूचना संकलित करने के एसटीएफ को जानकारी मिली कि असली भारतीय नोट के बदले जाली नोट देने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना गोविन्द निषाद व उसका लड़का गणेश निषाद टेहरा तिराहा, थाना क्षेत्र पलिया, लखीमपुर के पास मौजूद है। दोनों किसी से ठगी करने के फिराक में थे। 

एसटीएफ टीम ने उक्त स्थान पर पहॅुचकर वांछित अभियुक्त गोविन्द व उसके पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त गोविन्द निषाद ने बताया कि वह 2018 में वाहन चोरी के मुकदमें में जेल गया था। इस दौरान जेल में उसकी मुलाकात खिन्दा सिंह से हुई, जो एनडीपीएस एक्ट में जेल में बन्द था। जेल से छूटने पर उसने और खिन्दा सिंह लोगों को जाली नोट देने के बहाने बुलाकर उनसे ठगी करने की योजना बनायी। हाल ही में उन्होंने लखीमपुर खीरी के एक सरदार से रू0 2,65,000/- व अयोध्या के कल्लू मौर्या से 41,00,000/- की ठगी की थी। 

अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग अंग्रेजी फिल्मों की तर्ज पर लोगों को बताते हैं, कि हमार पास करोड़ों रूपये की कीमत का मैजिक मिरर (जादूई शीशा) है, जिसे हम किराये पर लाये है, जो अद्भूत आकाशीय बिजली गिरने से, ब्रम्हाण्ड की शक्ति शीशे में अवशोषित हो गयी है। जिससे इसके बीच में रूपये रखने पर वह एक की दो नोट बना देता है। इस कार्य को हम उनके सामने असली नोटों पर आयोडिन टिंक्चर लगाकर काला कर देते है तथा हाथ की सफाई दिखाते हुए एक के स्थान पर दो नोट रख देते है। फिर इसको हाईड्रो से साफ करके असली दो नोट लोगों को शीशे के बीच से निकालकर देते है। तो लोग आश्चर्यचकित होकर विश्वास करते हुए अधिक धन दुगुना करने के लालच में हम लोगों को देते है। जिसे हम लोग यह कहकर कि इस काम में अधिक समय लगेगा, पैसों को ले लेते है तथा साथ ही हिदायत देते हैं कि यह अवैध कार्य है, पुलिस को पता चला तो आप भी जेल जाओगे। इस लिए कोई भी पैसा वापस न मिलने के बाद भी पुलिस में शिकायत नहीं करता है। 

गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना पलिया, जनपद लखमीपुर खीरी में स्थानीय पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है।
 










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