UP: जेल में बंद आजम खां, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी की फिर खुलेगी क्राइम कुंडली, ईडी लेगा ये एक्शन, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

अलग-अलग गंभीर आरोपों के बाद अलग-अलग जेलों में बंद आजम खां, मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की फिर कुंडली खुलने जा रही है। इस बार प्रवर्तन निदेशालय तीनों के खिलाफ एक्शन लेने वाला है। पढ़िये पूरी रिपोर्ट

अलग-अलग जेलों में बंद हैं तीनों आरोपी (फाइल फोटो)
अलग-अलग जेलों में बंद हैं तीनों आरोपी (फाइल फोटो)


लखनऊ: कई तरह के गंभीर आरोपों और आपराधिक मामलों में शामिल उत्तर प्रदेश के तीन बाहुबली नेताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस समय अलग-अलग जेलों में बंद सपा नेता आजम खां, गैंगेस्टर से बसपा के विधायक बने मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर जल्द प्रवर्तन निदेशालय शिकंजा कसने जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इन आरोपियों से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जल्द पूछताछ करने वाला है।  

प्रवर्तन निदेशालय ने इन तीनों बाहुबलियों और नेताओं के खिलाफ पूर्व में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुकदमा दर्ज किया था। अब अदालत ने ईडी को इन तीनों नेताओं को कस्टडी में लेकर पूछताछ करने की अनुमति देदी है। इसके बाद ईडी की टीम जल्द ही जेलों में बंद इन तीनों नेताओं से पूछताछ करेगी और आगे की कार्रवाई में जुटेगी।ईडी टीम इन सभी आरोपियों के खिलाफ 20 से 24 सितंबर तक अलग-अलग जेलों में जाकर पूछताछ करेगी। 

आजम खां

समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां इस समये उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल में बंद हं। आजम पर रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी के लिये फर्जी तरीके से जमीन लेने के साथ रामपुर में सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के गंभीर आरोप हैं। आजम पर करीब कई केस चल रहे हैं। आजम खां पर अब मनी लॉन्ड्रिग केस के मामले में भी शिकंजा कसा जाने वाला है। ईडी टीम 20 से 24 सितंबर तक सीतापुर जेल में जाकर आजम खां से पूछताछ करेगी। 

मुख्तार अंसारी

ईडी के शिंकजे में आने वाले माफिया व बसपा विधायक मुख्तार अंसारी इस समय यूपी की बांदा जेल में बंद हैं। मुख्तार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने एक जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। आरोप है मुख्तार अंसारी ने एक सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया और उसे सात साल के लिए 1.7 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से एक निजी कंपनी को किराए पर दे दिया।

अतीक अहमद

माफिया अतीक अहमद इस समय साबरमती जेल में बंद हैं। अतीक के खिलाफ भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था। पिछले साल पुलिस ने अतीक की कुल 16 कंपनियां चिह्नित की थीं, जिसमें से कई बेनामी थीं। इन कंपनियों में गलत तरीके से करोड़ों की लेनदेन की गई। इनमें से तीन कंपनियां अतीक की पत्नी साइस्ता परवीन जबकि पांच रिश्तेदारों के नाम से रजिस्टर्ड हैं। आठ कंपनियां ऐसी हैं जिनके बारे में यह नहीं स्पष्ट हो सका है कि उनका मालिक कौन है। ईडी जल्द अतीक पर भी शिकंजा कसेगी। 










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