UP: गायत्री प्रजापति के घर ईडी छापेमारी, दर्जनों बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज समेत लाखों पुराने नोट बरामद

डीएन ब्यूरो

जेल में बंद उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी स्थित घर पर कल ईडी द्वारा छापेमारी की गयी, जिसमें कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज समेत लाखों रूपये के पुराने नोट बरामद किये गये।

गायत्री प्रजापति (फाइल फोटो)
गायत्री प्रजापति (फाइल फोटो)


लखनऊ: यौन शोषण के आरोपों में जेल में बंद और खनन घोटाले में दोषी पाये गयेउत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी स्थित घर पर कल बुधवार को (प्रवर्तन निदेशालय) ईडी की टीम द्वारा छापेमारी की गयी। इस छापेमारी में ईडी को गायत्री प्रजापति के घर से उनके पास आय से अधिक संपत्ति और अवैध स्रोतों से जुटाई अकूत रकम व संपत्ति होने के पुख्ता  सबूत मिले हैं। छापेमारी के दौरान कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज समेत लाखों रूपये के पुराने नोट भी बरामद किये गये। 

अमेठी के आवास विकास कालोनी में स्थित गायत्री प्रजापति के घर पर इलाहाबाद से आये ईडी के करीब आधा दर्जन अधिकारियों ने कल बुधवार सुबह छापेमारी शुरू की। यह छापेमारी खनन घोटाला समेत आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर की गयी। छापेमारी टीम द्वारा इश दौरान घर पर मौजूद नौकरों से भी पूछताछ की गयी।

गायत्री प्रजापति के अमेठी घर में गहन छानबीन के बाद ईडी के हाथ कई बेनामी संपत्तियों के दस्ताबेव बरामद किये गये। बताया जाता है कि ईडी की टीम को करीब 7 लाख रुपये के सादे स्टाम्प पेपर, डेढ़ लाख रुपये कैश और सौ से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज़ मिले हैं। इसके अलावा लगभग 12 लाख रुपये के पुराने नोट भी बरामद किये गये।

छापेमारी में ईडी टीम को दस्तावेजों की पड़ताल के साथ ही इस बात का भी पुख्ता सबूत मिले कि गायत्री प्रजापति के पास लखनऊ, कानपुर, मुंबई, सीतापुर समेत छह से ज्यादा शहरों में संपत्ति है। माना जा रहा है कि यह संपत्ति खनन की कमाई समेत अन्य अवैध स्रोतों से हासिल की गयी है। ईडी टीम द्वारा अब गायत्री के अन्य ठिकानों और संपत्तियों पर भी छापेमारी की जा सकती है।

खुली जांच करने के बाद गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ इसी साल विजिलेंस द्वारा लखनऊ परिक्षेत्र में मुकदमा दर्ज किया गया था। विजिलेंस की जांच में प्रजापति के पास आय से छह गुना अधिक संपत्ति पाई गई थी।

इसके बाद विजिलेंस ने शासन को अपनी रिपोर्ट भेजी और प्रजापति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। मुकदमा दर्ज होने के बाद ईडी ने भी प्रजापति के खिलाफ आय़ से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया। समझा जाता है कि इसी मुकदमें के तहत ईडी द्वारा यह छापेमारी की गयी है।

 










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