बंगाल में बंपर लीड के साथ TMC की विजयी हैट्रिक, रुझानों में बुरी तरह पिछड़ी BJP, ममता के घर जश्न का माहौल
देश के पांच राज्यों में हुए विधान सभा चुनावों में सबसे ज्यादा चर्चा पश्चिम बंगाल की हो रही थी, क्योंकि यहां भाजपा और टीएमसी में कड़ी टक्कर बतायी जा रही थी। लेकिन अब सामने आ रहे रुझानों में टीएमसी ने भाजपा को बहुत पीछे छोड़ दिया है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
कोलकोता/नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव की मतगणना से मिले रुझानों से साफ हो रहा है कि बंगाल में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली त्रिणमूल कांग्रेस (टीएमसी) राज्य में जीत की हैट्रिक लगा रही है। अभी तक सामने आये रुझानों में टीएमसी ने मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी भाजपा को कई पीछे छोड़ दिया है। टीएमसी लगभग 200 सीटों पर आगे है जबकि भाजपा बुरी तरह पिछड़कर लगभग 90 सीटों पर आगे दिख रही है, जो बहुमत से बेहद कम है।
292/292 सीटों का रुझान: बंगाल में सभी 292 सीटों का रुझान सामने आ गया है। यहां 200 सीटों पर टीएमसी, 90 सीटों पर भाजपा और 2 सीटों पर अन्य आगे चल रहे हैं। कुल मिलाकर टीएमसी फिर एक बंगाल में बड़ी जीत के साथ सरकार बनाती दिख रही है।
सामने आये नतीजों से साफ है कि टीएमसी की जीत सुनिश्चित है, हालांकि जीत का अंतर बदल सकता है लेकिन नतीजे ममता बनर्जी को तीसरी बार राज्य की गद्दी सौंपने रहे हैं।
रुझानों में जीत के संकेत मिलते देख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर नेताओं और कार्यकर्ताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है, जहां जश्न का माहौल है। हालांकि कोरोना संकट के चलते चुनाव आयोग ने इस बार जीत के बाद जुलूस और सार्वजनिक जश्न पर प्रतिंबध लगाया हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि ममता बनर्जी कार्यकर्ताओं को डिजिटल माध्यम से संबोधित कर सकती हैं।
ममता बनर्जी के घर पर एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई है, जिसके जरिये ममता बनर्जी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबंधित कर सकती है।
अभी तक सामने आये मतगणना के रूझानों में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी को बड़ा बहुमत मिलता दिख रहा है। यदि यही ट्रेंड बरकरार रहा तो ममता बनर्जी फिर से बंगाल की सत्ता पर लगभग 180 सीटों के साथ तीसरी बार काबिज हो सकती हैं।
हालांकि बंगाल में विधान सभा चुनाव के लिये अभी मतगणना जारी है और अंतिम परिणामों के लिये अभी और वक्त लग सकता है। लेकिन अभी तक प्राप्त रुझानों में ममता बनर्जी की त्रिणमूल कांग्रेस बहुत आगे हैं। उसकी मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी भाजपा को लगभग 100 सीटों पर संतोष करना पड़ेगा।