Uttar Pradesh: अलाव की चिंगार ने लिया बिकराल रूप, मां के साथ तीन मासूम बच्चों की जलकर मौत

डीएन ब्यूरो

सर्दी से बचाव के लिए जलाए अलाव की चिंगारी ने अचानक विकराल रूप ले लिया और कच्चे घर में आग लग गयी, जिससे एक मां व उसके तीन मासूम बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। पढिये, पूरी रिपोर्ट

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर


लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में शनिवार तड़के एक दर्दनाक हादसा सामने आया। ठंड से बचाव के लिये जलाई गयी अलाव ने अचानक विकराल रूप ले लिया, जिसकी चपेट में आकर घर में सो रही एक मां व उसके तीन मासूम बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस घटना से वहां कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक बांदा के दुबे का पुरवा मजरा में 35 वर्षीय संगीता अपने तीन बच्चों, नौ वर्षीय अंजली, छह वर्षीय बेटे आशीष और तीन साल की बेटी छोटी के साथ रहती थी। संगीता के पति कल्लू जयपुर में मजदूरी करता है। बताया जाता है कि ठंड से बचने के लिये संगीता ने रात को सोते वक्त अलाव जलाया था। सुबह करीब साढ़े चार बजे ग्रामीणों ने संगीता के घर से आग की लपटें निकलते देखीं तो शोर मचाया। अंदर से आग की लपटें देख हड़कंप मच गया।

ग्रामीणों ने मामले की सूचना पुलिस को दी और बचाव के लिये संगीता के घर का दरवाजा तोड़ा गया। तब तक पूरा घर मलबे में तब्दील हो चुका था। हर तरफ केवल जला हुआ मलबा पड़ा था और धुआं उठ रहा था। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम भी वहां पहुंची। पूरा घर जल चुका था।

मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने घर के अंदर से फावड़े से मलबा हटाना शुरू किया। काफी देर बाद संगीता और उसकी बड़ी बेटी अंजली का शव बरामद किया गया। बाद में बाकी दो बच्चों के जले अंग बरादम किये गये। घटना के बाद से गांव में मातम छाया है। पुलिस ने कहा कि मकान के मलबे से मां व तीन बच्चों के शव बरामद किये गए हैं।










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