कानपुर देहात की घटना से क्षेत्र में तनाव, नहीं उठने दिये मां-बेटी के शव, 15 सिपाहियों समेत के खिलाफ हत्या का मुकदमा
यूपी के कानपुर देहात में बुलडोजर कार्रवाई के दौरान मां-बेटी की आग लगने से मौत के मामले के बाद तनाव बना हुआ है। पढिय़े डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरा अपडेट
कानपुर देहात: उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात की मैथा तहसील में अवैध कब्जा हटाने गये प्रशासनिक अधिकारियों के विरोध के दौरान एक झोपड़ी में लगी आग की चपेट में आकर मां बेटी की मौत के मामले को लेकर गांव में तनाव बना हुआ है। पीड़ित परिजन अपनी मांग पर अड़े हुए हुए है। मांगे पूरी न होने तक मां-बेटी के शव को न उठाने की बात कर रहे हैं।
परिवार ने मंगलवार सुबह मांग की है कि जब तक मुख्यमंत्री या डिप्टी सीएम नही आएंगे, तक हम शव नहीं उठाएंगे। इसके साथ ही बुलडोजर चलाने वाले अफसरों को शीघ्र गिरफ्तार करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
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इस मामले में एसडीएम मैथा, एसओ रूरा, कानूनगो, लेखपाल, जेसीबी ड्राइवर, 15 सिपाहियों समेत कई पर हत्या समेत संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर दी गई है।
घटना से नाराज ग्रामीणों ने एसडीएम के साथ प्रशासनिक अफसरों और पुलिस की टीम को दौड़ा लिया। जानकारी मिलने पर एसपी कानपुर देहात अन्य पुलिस अफसर के साथ मौके पर पहुंचे गये।
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डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के मुताबिक कानपुर देहात की मैथा तहसील के एक गांव में अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान एक झोपड़ी में आग लग गई। जिससे 45 वर्षीय प्रमिला दीक्षित और उसकी 21 वर्षीय बेटी नेहा की जलकर मौत हो गई। प्रशासनिक अधिकारी यहां रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में “ग्राम समाज” की भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे। मृतक मां प्रमिला और बेटी की मौत के साथ ही पति कृष्ण गोपाल दीक्षित भी बुरी तरह से झुलस गए। इस घटना के बाद से भारी बवाल मचा हुआ है।