आर्थिक संकट के कारण बंद होने जा रही है जेट एयरवेज, मैनेजमेंट बोर्ड ने दिया प्रस्ताव
आर्थिक संकट के कारण जेट एयरवेज अब केवल महज सात जहाज ही उड़ा पा रही है। क्योंकि तेल और अन्य खर्चों को उठाने की उसकी सामर्थ्य नहीं है। बोर्ड मीटिंग की बैठक में कहा गया है कि जेट अपने ग्राहकों को ठगना नहीं चाहता है। साथ ही यह भ्रम भी नहीं रखना चाहता है कि कंपनी अब भी संचालन में है।
मुंबई: किंगफिशर एयर लाइन की ही तरह जेट एयरवेज भी बंद होने की कगार पर पहुंच गई है। सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को जेट एयरवेज मैनेजमेंट ने अपने बोर्ड के समक्ष कंपनी का संचालन पूरी तरह से बंदर करने का प्रस्ताव रखा है। क्योंकि कंपनी को कर्ज देने वाले बैंकों की ओर से आर्थिक सहयोग मिलना अब लगभग नामुमकिन होता दिख रहा है।
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वर्तमान में आर्थिक तंगी से जूझ रही जेट एयरवेज ने अब केवल सात विमान ही उड़ाने का फैसला लिया है। कंपनी रोजाना के हिसाब से इन विमानों को उड़ाने का तेल खर्च भी नहीं वहन कर पा रही है।
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इन्हीं हालातों को देखते हुए मंगलवार को बोर्ड मीटिंग में यह प्रस्ताव रखा गया कि ग्राहकों को किसी तरह से ठगे बिना कंपनी के चलने का भ्रम खत्म कर देना चाहिए। क्योंकि इन हालातों में सामान्य तरीके से उड़ानों की बात करना पूरी तरह से मजाक है।
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वहीं आज एसबीआई कैप्स को उचित बोली लगाने वाले का चयन करना है। इसमें एतिहाद, टीपीजी और इंडिगो कैपटिल आदि एक्सप्रेसन ऑफ इंट्रेस्ट जमा करने वालों में शामिल हैं।