गोरखपुर: पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर बनाने की प्रक्रिया तेज
बहुप्रतीक्षित पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक इकाईयों की स्थापना के कार्य को गति मिलने लगी है। जानिये, इसका पूरा विवरण..
गोरखपुर: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर बीच के आवागमन को आसान बनाने और औद्योगिक गतिविधियों को बढावा देने के लिये प्रस्तावित गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे बनने वाले इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर (औद्योगिक गलियारा) की प्रक्रिया को गति मिलने लगी है। प्रथम चरण में 1200 एकड़ जमीन पर कई तरह की औद्योगिक इकाईयों को स्थापित किया जायेगा। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद इस प्रस्ताव को जल्द क्रियान्वियत किया जायेगा।
लगभग 91.352 किलोमीटर लंबे इस लिंक एक्सप्रेस-वे को अभी चार लेन का बनाया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसे छह लेन का बनाया जा सकता है।
पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक गलियारे के निर्माण का प्रस्ताव गुरुवार को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के सीईओ को भेज दिया गया है। कैबिनेट से पास होने के बाद इसकी अधिसूचना जारी होगी जिसके बाद भूमि अधिग्रहण समेत औद्योगिक इकाइयों से संबंधित काम शुरू हो जाएगा।
यह भी पढ़ें |
गोरखपुर: अरबों की कीमत के जमीन आवंटन से जुड़े कई दस्तावेज गायब, वो भी सरकारी दफ्तर से..
इस लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट अथारिटी (यूपीडा) करा रहा है। वहीं यूपीडा ने इसको बनाने का जिम्मा एप्को इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड और दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड को दिया है।
पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारा विकसित के पहले में सहजनवां तहसील के तालनवर एवं भगवानपुर तथा सदर तहसील के बाघागाड़ा में गांव की जमीन अधिग्रहीत की अधिग्रहण के बाद यहां बड़ी औद्योगिक इकाइयों को भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के बाद यहां बड़े पैमाने पर लोगों के लिए रोजगार मिलेगा, जिससे स्थानीय विकास को भी नई गति मिलेगी।
यह भी पढ़ें |
गोरखपुर: पिता ने शादी के कार्ड में बेटी के लिए उपहार मांगने की बजाए मोदी के लिए मांगा वोट