Delhi Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में महसूस हुए भूकंप के झटके, घर से निकलकर भागे लोग

इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 28 March 2025, 2:07 PM IST
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नई दिल्ली: शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिससे लोगों में घबराहट फैल गई। नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत कई इलाकों में दोपहर के समय यह झटके महसूस किए गए। हालांकि, किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।

म्यांमार में भारी तबाही

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ (बर्मा) के पास था, जहां रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई। इस तेज़ भूकंप ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई है, बड़ी-बड़ी इमारते देखते ही देखते जमीदोज हो गयी, तबाही के चलते इमरजेंसी की भी घोषणा की गई हैं। भूकंप का भयंकर असर बैंकॉक में भी देखने को मिला। 

दिल्ली एनसीआर में भी महसूस हुए झटके

म्यांमार में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.2 मापी गई जिसका असर दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत में बी देखने को मिला। दिल्ली-एनसीआर के भी कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किये गये जिससे भयभीत होकर लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए गनीमत की बात यह रही की कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ।

26 मार्च को चीन में भी आया था भूकंप

गौरतलब है कि इससे पहले 26 मार्च को चीन के हेबई प्रांत में भी भूकंप आया था। स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:21 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई थी। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र ज़मीन से 20 किलोमीटर नीचे था।

भारत में भूकंप की बढ़ती घटनाएं

हाल के वर्षों में भारत और पड़ोसी देशों में भूकंप की घटनाएँ बढ़ी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय उपमहाद्वीप भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र में आता है, इसलिए सतर्कता आवश्यक है। दिल्ली-एनसीआर भूकंप की दृष्टि से ज़ोन-4 में आता है, जहाँ मध्यम से उच्च तीव्रता के भूकंप आने की आशंका बनी रहती है।

भूकंप के दौरान क्या करें, क्या न करें?

विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के दौरान खुले स्थानों में चले जाना सबसे सुरक्षित उपाय है। यदि ऐसा संभव न हो तो किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे शरण लें और खिड़कियों से दूर रहें। साथ ही लिफ्ट का उपयोग न करें और मोबाइल नेटवर्क पर अनावश्यक दबाव न डालें।