दिल्ली विस उपाध्यक्ष का आरोप: आईएएस अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाला व्यक्ति गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़लान ने शुक्रवार को दावा किया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी वाईवीवीजे राजशेखर पर 'उत्पीड़न' का आरोप लगाने वाले व्यक्ति को राजधानी पुलिस ने 'गिरफ्तार' कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने, हालांकि बिड़लान के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि शिकायतकर्ता को केवल ‘पूछताछ’ के लिए बुलाया गया था।

गिरफ्तार (फाइल)
गिरफ्तार (फाइल)


नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़लान ने शुक्रवार को दावा किया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी वाईवीवीजे राजशेखर पर 'उत्पीड़न' का आरोप लगाने वाले व्यक्ति को राजधानी पुलिस ने 'गिरफ्तार' कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने, हालांकि बिड़लान के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि शिकायतकर्ता को केवल ‘पूछताछ’ के लिए बुलाया गया था।

बिड़लान ने विधानसभा परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना विशेष सचिव (सेवा) राजशेखर को बचा रहे हैं। राजशेखर पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं।

आरोपों पर एलजी कार्यालय या राजशेखर की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।

बिड़लान ने दावा किया कि राजशेखर के खिलाफ ‘उत्पीड़न और जातिगत दुर्व्यवहार’ का आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता नकुल कश्यप को दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को ‘गिरफ्तार’ कर लिया, जबकि उसी दिन उन्हें इस मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस के समक्ष पेश होना था।

उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया, “कश्यप को दिल्ली पुलिस ने कल रात गिरफ्तार किया था। आईएएस अधिकारी को (विधानसभा की) एससी/एसटी समिति ने 13 जून को तलब किया था, लेकिन वह नहीं आए। उन्होंने (आईएएस अधिकारी ने) कश्यप पर अपनी शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डालने की कोशिश की।”

उन्होंने कहा कि एससी/एसटी समिति ने कश्यप को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए 14 जून को दिल्ली पुलिस को पत्र भी लिखा था।

बिड़लान ने कहा कि कश्यप शुक्रवार दोपहर दो बजे दिल्ली पुलिस के सामने अपना बयान देने वाले थे, लेकिन कल रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसा दिल्ली के उपराज्यपाल के सहयोग से किया जा रहा है। उपराज्यपाल अधिकारियों को बचा रहे हैं।’’

हालांकि, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “वह (कश्यप) मामले में शिकायतकर्ता हैं और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था।”

कश्यप ने पहले शिकायत की थी कि वह अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति के लिए अपने आवेदन के संबंध में राजशेखर से मिलने गए थे, लेकिन अधिकारी ने उनके साथ “दुर्व्यवहार” किया और “अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लोगों के बारे में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जो उन्हें नहीं कहना चाहिए था।”

कश्यप के पिता की यहां राजकीय एलएनजेपी अस्पताल में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी।

 










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