Kisan Andolan: बातचीत की टेबल पर अटकी सरकार और किसानों की सहमति, फिर 3 दिसंबर को होगी बैठक, आंदोलन जारी
पिछले 6 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों के साथ केंद्र सरकार की बातचीत का आज कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आ सका है। 3 दिसंबर को आंदोलनकारी किसानों संग सरकार फिर बातचीत करेगी। जानिये इस खबर से जुड़ा हर ताजा अपडेट
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले छह दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों के साथ आज केंद्र बातचीत का कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आ पाया। राजधानी के विज्ञान भवन में लगभग 35 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों संग सरकार की यह बैठक में करीब 4 घंटे तक चली। लोकिन आज की पूरी बातचीत बेनतीजा रही और फिर से 3 दिसंबर को बातचीत और बैठक पर सहमति बनी।
इस बैठक में कृषि नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामल रहे। उनके अलावा कृषि मंत्रालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में शामिल रहे। साथ ही अलग-अलग किसान संगठनों के 35 नेता बैठक में मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें |
Farmers Protest: आंदोलनकारी किसान अपनी मांगों परअडिग, नहीं बनी सरकार से बात, जानिये हर ताजा अपडेट
हालांकि इस बैठक में 3 दिसंबर को एक बार फिर किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच बैठक औऱ बातचीत की सहमति बनी है, ताकि किसी निर्णय पर पहुंचा जा सके। अब 3 दिसंबर की बैठक पर सभी की नजरें टिक गयी है। किसानों का कहना है कि वह फिलहाल अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
जानकारी के मुताबिक सरकार ने किसानों से एक कमेटी बनाने का प्रस्ताव, जिसमें सरकार समेत एक्सपर्ट और किसान सभी शामिल रहेंगे और यह कानून पर चर्चा कर किसी नतीजे पर पहुंचेंगे। लेकिन बताया जाता है कि किसानों ने सरकार के यह प्रस्ताव ठुकरा दिया है।
बताया जाता है कि किसानों को समिति पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उनका कहना है कि जबतक समिति कोई निष्कर्ष पर नहीं पहुंचती और कुछ ठोस बात नहीं निकलती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
यह भी पढ़ें |
Kisan Andolan: बनेगी बात या जारी रहेगा आंदोलन? सरकार और किसान आज फिर मिलेंगे बातचीत की टेबल पर
आज की बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों के साथ बातचीत अच्छी रही। हमने 3 दिसंबर को फिर से बातचीत करने का फैसला लिया है। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम चाहते हैं कि छोटे संगठन बनें, लेकिन किसान नेता की मांग है कि हर किसान से बातचीत होनी चाहिए।
कृषि मंत्री ने कहा कि हमें हरेक किसान से बात करने में कोई परेशानी नहीं है। नरेंद्र सिंह तोमर ने साथ ही किसानों से आंदोलन खत्म करने की मांग की।