गोरखपुर में प्रॉपर्टी डीलर की मौत के मामले ने पकड़ा तूल, 6 पुलिसकर्मी निलंबित, 3 के खिलाफ FIR, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर के रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के एक होटल में पिटाई के बाद कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर की मौत को लेकर पुलिस सवालों के कटघरे में है। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में आधा दर्जन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पढ़िये पूरी स्टोरी

विपिन ताडा, एसएसपी, गोरखपुर
विपिन ताडा, एसएसपी, गोरखपुर


गोरखपुर: रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर एक होटल में मारपीट के बाद कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। प्रॉपर्टी डीलर की मौत को लेकर पुलिस भी सवालों के कटघरे में हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान करते हुए मामले की जांच के आदेश दिये है। तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है जबकि आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। 

इस बीच कानपुर से आए प्रॉपर्टी डीलर मनीष कुमार गुप्‍ता (36 वर्ष) की   पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट के बाद मृतक के परिजनों ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मृतक की पत्नी मीनाक्षी और उनकी बहिन निशा ने छह पुलिस कर्मियों पर शराब के नशे में मनीष कुमार गुप्‍ता से मारपीट का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि मनीष को इतना मारा गया कि उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने दोषी पुलिस कर्मियों को सख्‍त से सख्‍त सजा देने की मांग की है। मृतक का पूरा परिवार गहरे सदमे में है। 

बता दें कि कानपुर से आए प्रॉपर्टी डीलर मनीष कुमार गुप्‍ता अपने दोस्‍त अरविंद सिंह और प्रदीप के साथ गोरखपुर आये थे। वे अपने दोस्त चंदन सैनी और राणा प्रताप चंद से मिलने के लिए आए थे।  मनीष कुमार गुप्‍ता गोरखपुर के रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर स्थित कृष्‍णा पैलेस के 512 नंबर कमरे में ठहरे थे।

आरोप है कि सोमवार की रात रामगढ़ताल थाने के थाना प्रभारी जेएन सिंह, सब्‍जी मंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा समेत छह पुलिसकर्मी मनीष कुमार गुप्‍ता के कमरे में आए और पहचान पत्र दिखाने की बात करने लगे। मनीष और उसके दोस्तों ने पुलिस वालों से उनके पहचान पत्र नीचे होटल के रिशेप्‍शन पर देखने की बात कही, बताया जाता है कि जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने तीनों को थप्‍पड़ से मारना शुरू कर दिया और अरविंद और प्रदीप को लेकर नीचे चले आए। 

पुलिस पर आरोप है कि मारपीट के बाद वे लिफ्ट से मनीष को नीचे घसीटते हुए लाए, जिस कारण तो उसकी नाक और मुंह से खून बहने लगा। इसके बाद पुलिसवालों ने पहले उसे लेकर एक निजी अस्‍पताल गये और फिर उसे इलाज के लिये बीआरडी मेडिकल कालेज ले जाया गया,  जहां मनीष की मौत हो गई।

गोरखपुर के एसएसपी विपिन ताडा ने कहा कि इस मामले में 6 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। एसपी नार्थ को मामले की जांच सौंपी गई है। जांच में सामने आये तथ्यों के आधार पर दोषियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जायेगी।  










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