आत्मनिरीक्षण पूरा हो चुका है, नए सिरे से शुरुआत करने और कमियों पर काम करने का समय: सुशीला

डीएन ब्यूरो

भारतीय महिला हॉकी टीम की सीनियर मिडफील्डर सुशीला चानू ने बुधवार को कहा कि आत्मनिरीक्षण पूरा हो चुका है पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

भारतीय महिला हॉकी टीम की सीनियर मिडफील्डर सुशीला चानू
भारतीय महिला हॉकी टीम की सीनियर मिडफील्डर सुशीला चानू


बेंगलुरू: भारतीय महिला हॉकी टीम की सीनियर मिडफील्डर सुशीला चानू ने बुधवार को कहा कि आत्मनिरीक्षण पूरा हो चुका है और समय की जरूरत है कि एक नए दृष्टिकोण से शुरुआत की जाए और उन कमजोर पक्षों पर काम किया जाए जो पिछले दो टूर्नामेंट में सामने आए।

भारत इस साल जुलाई में हुए एफआईएच महिला विश्व कप में निराशाजनक नौवें स्थान पर रहा लेकिन बर्मिंघम में कांस्य जीतकर 16 साल में राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला पदक हासिल किया।

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भारतीय महिला टीम स्पेन के वेलेंसिया में 10 से 17 दिसंबर तक होने वाले पहले एफआईएच नेशन्स कप के रूप में अपने अगले बड़े टूर्नामेंट से पूर्व यहां राष्ट्रीय शिविर में प्रशिक्षण ले रही हैं।

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सुशीला ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा, ‘‘हमारे पास यहां साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) केंद्र में पिछले टूर्नामेंटों - एफआईएच महिला विश्व कप और बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में अपने प्रदर्शन पर आत्मनिरीक्षण करने के लिए बहुत समय था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम अब एक नए दृष्टिकोण के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं और उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जहां इन दो टूर्नामेंट के दौरान हम पिछड़ गए।’’

नेशन्स कप एफआईएच प्रो लीग 2023-24 का क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है जिसमें भारत को पूल बी में कनाडा, जापान और दक्षिण अफ्रीका के साथ रखा गया है जबकि आयरलैंड, इटली, कोरिया और स्पेन को पूल ए में रखा गया है।

भारत के लिए 220 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाली मणिपुर की 30 वर्षीय सुशीला 2016 के रियो ओलंपिक में टीम की कप्तान भी थीं।

दिग्गज खिलाड़ी होने के बावजूद सुशीला जानती हैं कि टीम में जगह पक्की मानना एक बड़ी गलती होगी क्योंकि कई युवा खिलाड़ी पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।

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सुशीला ने कहा, ‘‘युवा खिलाड़ियों का एक समूह है जो हर दिन प्रशिक्षण में अपना शत प्रतिशत दे रहा है और यह देखना अच्छा है कि वे हमें भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते हैं। निश्चित रूप से सीनियर्स के रूप में हम टीम में अपनी जगह पक्की नहीं मान सकते क्योंकि हमें यह दिखाने की भी जरूरत है कि हम बड़े टूर्नामेंट में खेलने की दावेदार हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह आंतरिक प्रतियोगिता टीम के लिए अच्छी है और हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’’

सुशीला ने आधुनिक हॉकी में फिटनेस के महत्व पर भी जोर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘फिटनेस और गति पर काम करना हमारी प्राथमिकता रही है और इस शिविर में भी हमारा ध्यान मुख्य रूप से इसी पर है।(भाषा)










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