नई परम्परा की शुरूआत, 1 जून से अखिलेश यादव भी लगाएंगे जनता दरबार
विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की बिगड़ती साख और यूपी में बिगड़ती कानून व्यवस्था को बचाने की दृष्टि से समाजवादी पार्टी अब एक ऐसा कदम उठाने जा रही है जिससे शायद जनता का दिल जीता जा सके।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अब एक नई परम्परा की शुरूआत करने जा रहे है जिसके तहत सपा सत्ता में न होने के बावजूद भी एक जून से सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह समानांतर जनता दरबार लगाने जा रहे हैं।
इस जनता दरबार मे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उन्हें सरकार तक पहुंचाने काम करेंगे।
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सपा का मानना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है और लोग मायूस ही घर लौट रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि सपा कार्यालय में लोगों की समस्याएं आज भी सुनी जा रही हैं लेकिन आने वालों की भीड़ को देखते हुए इसे व्यवस्थित रूप दिया जाएगा क्योंकि लोगों को योगी सरकार से निराशा हासिल हो रही है।
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