Fatehpur: एक महीने में 37 लोगों की मौत से मचा हड़कंप, अव्यवस्था और लापरवाही की पोल खोल रहे मौत के आंकड़े

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में पिछले एक महीने में लगभग 37 लोगों की मौत हुई है। मौत से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। मूलभूत जरूरतों की कमी और प्रशासन की अनदेखी कही ना कही इन मौतों के लिए जिम्मेदार है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर



फतेहपुरः उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में पिछले एक महीने में 37 लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे ज्यादा संख्या बुजुर्गों की है। हालांकि ग्रामीणों की माने मौत का कारण साधारण सी सर्दी जुकाम, डायबिटीज और अन्य कारण बताया जा रहा है, लेकिन कब्रिस्तान की गवाही इस बात को पुख्ता करती है कि इतनी मौते की वजह कहीं न कही कोरोना जैसी महामारी ही है। गांव में टेस्टिंग के सही तरीके से ना होने के कारण मौतों का सही कारण सामने नहीं आ पाया है।

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जिले के यमुना कटरी क्षेत्र के ललौली गांव में चिकित्सा के नाम पर यहाँ एक प्राथमिक स्वस्थ केंद्र है। ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र में केवल 2 लोगों का स्टाफ़ है जो मरीजो को ऑनलाइन किसी नोडल से डॉक्टर विजिट कराते है वो भी सुबह खुलता है और शाम को बंद हो जाता है। गांव से जिला चिकित्सालय 30 किमी दूर है। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गांव में होने वाली अधिकतर मौते स्वास्थ अव्यवस्था के अभाव में हुई है। गांव में मुस्लिम आबादी औसतन ज्यादा है। गांव में छोटे छोटे लगभग 10 कब्रिस्तान है। जिसमे लगभग 1 महीने में दफन लाशे अव्यवस्था की पोल खोल रही है। 

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जब ये मामला मीडिया में पहुंचा तो प्रशासन गांव पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं और अब जाकर गांव में साफ़ सफाई और छिड़काव का काम कराया गया है।










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