अमेरिका ने अफगानिस्तान में ISIS के ठिकानों पर गिराया दुनिया का सबसे बड़ा बम, 36 आतंकी ढेर

डीएन संवाददाता

अमेरिका ने पूर्वी अफगानिस्तान पर अबतक का सबसे बड़ा हमला किया है। ‘जीबीयू 43, बी मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट’ बम को नंगरहार प्रांत के अचिन जिले में आईएसआईएस खोरासन के एक सुरंग परिसर में गिराया गया है। इस बम को ‘मदर ऑफ ऑल बम' कहा जाता है।

‘जीबीयू 43, बी मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट’ बम
‘जीबीयू 43, बी मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट’ बम


वाशिंगटन: आतंकवाद के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करते हुए अमेरिका ने पाकिस्तान से सटे अफगानिस्तान के नंगारहर में दहशत फैलाने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट  के ठिकानों पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहार में अमेरिका ने सबसे बड़ा 10 हजार किलो का गैर परमाणु बम गिराया है। इसे मदर ऑफ ऑल बॉम्ब यानी एमओएबी के नाम से भी जाना जाता है। एक अफगान अधिकारी ने इस सबंध में जानकारी दी कि अमेरिका के शक्तिशाली बम हमले में कम से कम 36 आईएस आतंकवादी मारे गये हैं।

ये इलाका पाकिस्तान के बेहद करीब है। यह सबसे बड़ा गैर परमाणु बम है, जिसका युद्ध क्षेत्र में शायद ही इस्तेमाल किया गया हो। अमेरिका ने साफ किया है कि आतंकवादियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

इस बम की खासियत..
इस बम को 'सभी बमों की जननी' भी कहा जाता है। यह अमेरिका का सबसे बड़ा गैर परमाणु बम है। जीपीएस गाइडेड यह बम जमीन से ठीक पहले फटता है और इसका दायरा काफी बड़ा होता है। अंडरग्राउंड टारगेट को नष्ट करना सबसे बड़ी खासियत होती है। इस GBU-43 बम का वजन 21,600 पाउंड (9,797 किग्रा) है। इसका पहली बार परीक्षण मार्च 2003 में ईराक युद्ध शुरू होने से कुछ दिन पहले ही किया गया था। इसमें 11 टन विस्फोटक पदार्थ आता है। इस सबसे बड़े नॉन-न्यूक्लियर बम की लंबाई 30 फीट है। पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टंप ने बताया कि यह पहला मौका है जब अमेरिका ने इस बम का इस्तेमाल किया है।

पूरी दुनिया में गया सबसे बड़ा संदेश
अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य केविन ने कहा कि ट्रंप ने इस्लामिक स्टेट को जो स्पष्ट संदेश दिया है वह रूस, उत्तर कोरिया, ईरान और पूरी दुनिया को सुनाई देगा। कांग्रेस के मैट गेज ने कहा कि बम गिराने का ट्रंप का फैसला दुनिया से आईएसआईएस का नामोनिशान मिटाने की उनकी प्रतिबद्धता को जाहिर करता है।

 










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