आईएएस अफसरों की इंपैनलमेंट सूची हुई जारी: 1995 बैच के संतोष यादव, मृत्युजंय नारायण, संजय प्रसाद 360 डिग्री में हुए सफल तो मो. मुस्तफा लटके

डीएन संवाददाता

केन्द्र सरकार ने आईएएस अफसरों के इंपैनलमेंट को हरी झंडी दे दी है। इन्हें संयुक्त सचिव से प्रमोशन देकर भारत सरकार में एडिशिनल सेक्रेटरी बनाया गया है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

केन्द्रीय सत्ता का केन्द्र
केन्द्रीय सत्ता का केन्द्र


नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने लंबे इंतजार के बाद सचिव और अपर सचिव स्तर के अधिकारियों के इंपैनलमेंट की लिस्ट जारी कर दी है। 

इस सूची के मुताबिक लंबे समय से केन्द्र में सचिव के लिए तरस रहे उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी (UP:85) इस बार जुगाड़ बैठाने में सफल हो गये हैं और ताजा जारी सूची में इनका नाम सचिव का पद संभालने के लिए सूचीबद्ध कर दिया गया है। अंदरखाने में चर्चा यह भी है कि इसी बहाने अब इनको यूपी से विदा किया जा सकता है और चुनाव से पहले यूपी को नया सीएस मिल सकता है।

इसके अलावा यूपी के 1988 बैच के तीन आईएएस मनोज कुमार सिंह, धर्म पाल और जूथिका पाटणकर को सेक्रेटरी इक्विलेंट के स्तर पर इंपैनल किया गया है। 

1995 बैच के आईएएस अफसरों को JS से AS के लिए सूचीबद्ध कर दिया गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक 1995 बैच में कुल 80 आईएएस अफसर हैं। इनमें से तीन ने नौकरी छोड़ दी है। बचे 77 में से 36 का इंपैनलमेंट AS के लिए किया गया है।

उत्तर प्रदेश कैडर की बात करें तो 1995 बैच के संतोष कुमार यादव, मृत्युंजय नारायण, संजय प्रसाद, आर. रमेश कुमार, अमृत अभिजात और आशीष गोयल को प्रमोशन मिल गया है।

अत्यंत गोपनीय सूत्रों की मानें तो भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय में तैनात संतोष कुमार यादव और ऊर्जा मंत्रालय में तैनात मृत्युंजय नारायण को ऊपर के स्तर से काफी अच्छे रिमार्क मिले थे और 360 डिग्री में भी इनकी अच्छी रेप्पयूटेशन पायी गयी लेकिन वहीं पर अमृत अभिजात और आशीष गोयल के बारे में अंदर की खबर है कि ये किसी तरह गिरते-पड़ते, भगवान भरोसे 360 डिग्री में सफल हुए। आम लोगों से इनका खराब व्यवहार प्रमोशन के चक्रव्यूह में चर्चा में रहा। कहा गया कि ये अपने अपने कार्यालय पहुंचे जरुरतमंदों तक से मिलना अपनी शान के खिलाफ समझते हैं। 

भारत सरकार में रह चुके यूपी के चर्चित आईएएस मोहम्मद मुस्तफा लटक गये हैं। अंदर की खबर के मुताबिक इनके खिलाफ एक बड़ी जांच लंबित है जिसकी वजह से इनका इंपैनलमेंट रोक दिया गया है।

यूपी के जिन अफसरों ने कभी भी भारत सरकार में सेवायें नहीं दी है, उनका प्रमोशन भी नहीं हो सका है। इनमें मुकेश मेश्राम, के रविन्द्र नायक, आमोद कुमार, भुवनेश कुमार शामिल हैं। भुवनेश कुछ वक्त पहले ही भारत सरकार आये हैं। 

 

 

 










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