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UP News: भदोही में रेलवे ट्रैक पार करते समय वृद्ध महिला की दर्दनाक मौत, पहचान में जुटी पुलिस

यूपी के भदोही जनपद से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आ रही है, जहां रेलवे ट्रैक पार करते समय एक महिला की गई जान चली गई। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
Post Published By: सौम्या सिंह
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UP News: भदोही में रेलवे ट्रैक पार करते समय वृद्ध महिला की दर्दनाक मौत, पहचान में जुटी पुलिस

Bhadohi: जिले के गोपीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत अमवा हरिजन बस्ती के पास रविवार देर शाम को एक दर्दनाक रेल हादसे में एक अज्ञात वृद्ध महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब महिला वाराणसी-प्रयागराज रेल खंड पर रेलवे ट्रैक पार कर रही थी और उसी दौरान एक तेज रफ्तार स्पेशल ट्रेन वहां से गुजरी। ट्रेन की गति इतनी अधिक थी कि महिला को संभलने का मौका तक नहीं मिला और वह उसकी चपेट में आ गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना के तुरंत बाद रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा देख स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पीआरबी पुलिस व रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) मौके पर पहुंची। आरपीएफ अधिकारी उत्तम कुमार पांडेय और रामबली सिंह ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतका की उम्र लगभग 60 वर्ष आंकी जा रही है, लेकिन उसकी अब तक शिनाख्त नहीं हो सकी है।

ट्रेन ने छीनी बेसहारा वृद्धा की जिंदगी

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह महिला बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में घूमती नजर आ रही थी। वह अक्सर इधर-उधर भटकती रहती थी और उसकी गतिविधियों से ऐसा प्रतीत होता था कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है। कुछ लोगों का कहना है कि वह किसी रिश्तेदार की तलाश में हो सकती है, जबकि कुछ ने उसे भिखारिन बताया। हालांकि, इन तमाम बातों की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है।

रेलवे ट्रैक पार करते समय महिला की गई जान

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आसपास के थानों तथा इलाकों में महिला की पहचान के लिए सूचना प्रसारित कर दी गई है। जब तक पहचान नहीं हो जाती, तब तक शव को भदोही मर्चरी में सुरक्षित रखा जाएगा। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी महिला के बारे में कोई जानकारी होने पर आगे आने की अपील की है।

वृद्ध महिला की मौत ने क्षेत्रवासियों को झकझोर कर रख दिया है और साथ ही यह सवाल भी उठता है कि अगर महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त थी, तो उसे सुरक्षित आश्रय या देखभाल क्यों नहीं मिली। प्रशासन से यह भी अपेक्षा की जा रही है कि भविष्य में इस तरह के बेसहारा लोगों के लिए कोई स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए।

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