Maharajganj: महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर ब्लॉक में कोटा चयन प्रक्रिया में 20 हजार रुपये घूस लेने का वीडियो वायरल होते ही डाइनामाइट न्यूज़ ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया। इस मामले में अब जिले से अधिकारी आज ब्लॉक पर शिकायकर्ता का बयान दर्ज करने पहुंचे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति कमलेश जैसवाल ने बताया की उन्हें आज मंगलवार को ब्लॉक पर उपस्थित होने का नोटिस मिला था। आज ब्लॉक पर जिले से आये अधिकारी DDO व एक अन्य अधिकारी की मौजूदगी में उनका बयान दर्ज किया गया है। कई बिन्दुओं पर उससे पूछताछ की गई। कमलेश ने बताया की कुल सत्तर हजार रुपये दो किश्तों में ISB बृजानंद यादव को दिया था। जिसमे बीस हजार का वीडियो उसके पास है।
क्या है वायरल वीडियो का मामला?
दरअसल, जो वीडियो वायरल हो रहा उसमें में साफ दिख रहा है कि एडीओ आईएसबी बृजानंद यादव 500-500 रुपये के नोट हाथ में लेकर कमरे में जा रहे हैं। आरोप है कि उन्होंने रिपोर्ट लगाने के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्वत ली।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
जानकारी के अनुसार, इस पूरे मामले का वीडियो बनाने वाला व्यक्ति सिसवनिया विशुनपुर गांव का रहने वाला कमलेश जैसवाल है। जिसने डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। उसने बताया की उसके गांव में कोटा चयन होना था। जिसके लिए उसने लक्ष्मी आजीविका समूह के नाम से आवेदन किया।
बताया जा रहा है कि कुल पांच समूह के लोगों ने आवेदन किया। तभी ब्लॉक के एक कर्मचारी ने उसे मामले को सेटल कराने के लिए लेनदेन की बात की। उसने कहा कि वो अधिकारी से मामले के पक्ष में रिपोर्ट लगाने को सेटल करा देगा। जिसके बाद से ही उसने पूरे मामले का वीडियो बनाना शुरु कर दिया। उसने बताया की पांच अगस्त को उसने बैंक से पैसा निकालकर ब्लॉक पर अधिकारी को दिया। जिसका वीडियो बनाकर उसने रख लिया।
लोगों में बड़ी चर्चा
इस खुलासे के बाद जिले में हड़कंप मच गया है। प्रशासनिक अमले की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब जिले से आए अधिकारी इस मामले की तह तक जाने में जुटे हुए हैं। स्थानीय जनता में इस प्रकरण को लेकर काफी गहमागहमी और आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस भ्रष्टाचार के मामले में सख्त कार्रवाई करेगा या फिर यह मामला भी कागजों में दबकर रह जाएगा।

