राष्ट्रपति ने रखीं NHAI की पांच परियोजनाओं की आधारशिला, कहा- पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार बना वाराणसी

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आध्यात्मिक शहर वाराणसी में एनएचएआई की पांच परियोजनाओं की आधारशिला रखी और काशी के लोगों को रोजगार के लिये नियुक्ति पत्र वितरित किये। राष्ट्रपति ने कहा कि वाराणसी अब देश के लिये पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार भी बन गया है।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 26 March 2018, 3:45 PM IST
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वाराणसी: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज यहां राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की पांच परियोजनाओं की आधारशिला रखी और काशी के लोगों को रोजगार के लिये नियुक्ति पत्र वितरित किये। इन परियोजनाओं के साथ वाराणसी अब देश के लिये पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार भी बन गया है। राष्ट्रपति ने कहा कि दुनियां में आध्यात्मिकता के लिये मशहूर यह शहर अब तेजी के साथ स्मार्ट शहर के रूप में तब्दील हो रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद के साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल राम नाइक समेत कई गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।

वाराणसी पहुंचने पर राष्ट्रपति का स्वागत करते सीएम योगी और राज्यपाल राम नाइक

 

इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ‘नेशनल वाटरवे – वन’, ‘ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर’ तथा एनएचएआई के राजमार्गों के माध्यम से वाराणसी, भारत के उत्तरी राज्यों के लिए, पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार बन गया है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई की जिन परियोजनाओं आज यहां का श्रीगणेश किया गया है, उनसे वाराणसी और आस-पास के क्षेत्र की यातायात सुविधा मजबूत एवं सुगम होगी। इससे, यहां के सभी निवासियों का जीवन अधिक सुविधा-जनक हो सकेगा, साथ ही विकास और रोजगार के भी नए अवसर पैदा होंगे।

नियुक्ति वितरण कार्यक्रम में मौजूद राष्ट्रपति कोविंद वअन्य

 

राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि प्राचीन काल से ही वाराणसी शहर गंगा नदी पर विकसित जलमार्गों तथा सड़क परिवहन के जरिए उत्तर भारत को पूर्वी भारत से जोड़ता रहा है। गंगा नदी, संस्कृति और सभ्यता के साथ-साथ, व्यापार और विकास की धाराओं को भी प्रवाहित करती रही है।

 

समारोह में उपस्थित जनता

उन्होंने कहा कि वाराणसी को आर्थिक विकास की धुरी बनाने के लिए यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी का तेजी से विकास किया जा रहा है। यहां बन रहे मल्टी-मॉडल टर्मिनल के पास एक फ्रेट विलेज विकसित करने की योजना है। इससे सड़क, रेल और जल-मार्ग के जरिए सामान ले जाना सुविधाजनक हो सकेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि सफाई के कारण अब गंगा-नदी के घाटों की सुंदरता दिखने लगी है। यह कार्य प्रधानमंत्री के आह्वान पर जन-भागीदारी से ही संभव हो सका है। मैं इस सराहनीय कार्य के लिए वाराणसी की जनता को बधाई देता हूं।
 

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