DN Exclusive: क्या हुआ तेरा वादा.. योगी के यूपी में गड्ढा युक्त सड़कें ले रही सबसे ज्यादा जान

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश की सत्ता में काबिज होने के बाद सीएम योगी ने राज्य भर की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का वादा किया था, लेकिन सड़कें वैसी बन नहीं पायी जिसका ख्वाब जनता को दिखाया गया। सड़कों की हकीकत यह है कि यूपी की सड़कें अब और भी ज्यादा जानलेवा साबित होने लगी है, वो भी गड्ढों के कारण। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

फाइल फोटो
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लखनऊः 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जून 2017 तक प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने का दावा किया था, वजहें जो भी हो लेकिन ऐसा हो नही पाया। सड़कों के मामले यूपी की स्थिति अब और ज्यादा भयावह और दयनीय हो गयी है। सड़कों पर गड्ढे नहीं भरे जाने से की वजह से यूपी में सड़क हादसों में तेजी आई है। राज्य में सड़कों पर बने गड्ढों के कारण लोग अकाल मौत का ग्रास बन रहे हैं। 

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डाइनामाइट न्यूज़ की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में पढ़ें यूपी की सड़कों की हकीकत 

यूपी में सड़क हादसों को लेकर जारी आंकड़े 

1. सड़क हादसों को लेकर जारी की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल यूपी में सड़क पर गड्ढों की वजह से 987 लोगों की जानें गई, जो देश में सबसे अधिक है।

2. बीते पांच सालों यानी 2013- 2017 के बीच राज्य में 4,415 लोग सड़क हादसों का शिकार बन चुके हैं।

3. कमेटी ऑन रोड सेफ्टी ने पिछले पांच सालों में हुए सड़क हादसों को लेकर जो रिपोर्ट जारी की है, इससे एक बार फिर प्रदेश की सड़कों की बदहाल स्थिति का पता चलता है।

4. गड्ढों की वजह से सड़क पर वाहनों चालकों की मौत के मामले में दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां 2136 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं तीसरे नंबर पर मध्यप्रदेश है ,जहां 1385 लोग अपनी जान गंवा चुके है।

5. इसके बाद गुजरात पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलनाडू और आंध्र प्रदेश का नंबर है। इन राज्यों में सड़क पर बने गड्ढे जानलेवा बन गए है।

6. अपर परिवहन आयुक्त की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 2015 में 17 हजार 666 लोग तो 2016 में 19 हजार 320 सड़क हादसों में मारे गए है। 

7. यूपी में लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, चंदौली और इलाहाबाद समेत प्रदेश में ज्यादातर जिलों की सड़कों की हालत खस्ता है।

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सड़क हादसों के कारण

1. सड़क हादसों में होने वाली मौतों के पीछे सड़कों की गलत डिजाइनिंग, खराब रख-रखाव और सड़क समस्याओं को सुलझाने में अनदेखी बड़े कारण हैं।

2. सड़क पर अवैध अतिक्रमण, अवैध पार्किंग व वाहन चालकों के यातायात नियमों की अनदेखी की वजह से भी सड़क हादसे होते हैं। नगर निगम, प्राधिकरण और यातायात विभाग द्वारा इस पर कार्रवाई नहीं किए जाने से सड़क पर जाम तो लगता ही है साथ ही स्थिति भी विकट होती है।

3. सड़क हादसों को लेकर इससे पहले जारी रिपोर्ट पर खुद परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने माना था कि उनका मंत्रालय इन हादसों को कम करने में नाकाम रहा है। इस दिशा में जो भी कदम मंत्रालय ने उठाए उसका उतना असर नहीं हुआ। गडकरी ने ऐसे हादसों में मारे जाने वाले लोगों कि स्थिति को लेकर बेहद चिंता जाहिर की थी।
 










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