Farmers Protest: UP के किसान ने दिल्ली में आंदोलन के दौरान लगाई फांसी, आये थे भतीजे संग, छोड़ा ये सुसाइड नोट
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन में शामिल होने आये उत्तर प्रदेश के एक किसान ने शनिवार को धरनास्थल के पास फांसी लगाकर जान दे दी। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट
नई दिल्ली: मोदी सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन में शामिल होने आये उत्तर प्रदेश के एक किसान ने शनिवार को गाजीपुर बॉर्डर पर धरनास्थल के पास फांसी लगाकर जान दे दी। सुसाइड करने वाला किसान 20 दिन पहले यूपी से अपने भतीजे के संग किसान आंदोलन में शामिल होने आया था। किसान ने फांसी लगाने से पहले घटनास्थल पर एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है।किसान ने अपनी आत्महत्या के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है।
आत्महत्या करने वाले किसान की पहचान यूपी के रामपुर जनपद में स्थित बिलासपुर तहसील के पसियापुरा गांव के 70 वर्षीय कश्मीर सिंह रूप में की गयी। कश्मीर सिंह 20 दिन पहले अपने भतीजे यशपाल व क्षेत्र के अन्य किसानों के साथ दिल्ली-गाजीपुर सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने आये थे। दिल्ली के गाजीपिर बॉर्डर पर कृषि कानून के विरोध में किसानों के धरनास्थल के पास बने बाथरूम में शनिवार सुबह कश्मीर सिंह आत्महत्या कर ली।
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यूपी के इस बुजुर्ग किसान द्वारा नगर निगम की ओर से लगवाए गए मोबाइल शौचालय में आत्महत्या की गयी। किसान के आत्महत्या की खबर से उत्तर प्रदेश स्थित उनके घर में कोहराम मचा हुआ है।
पुलिस को मृतक किसान कश्मीर सिंह का एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में कश्मीर सिंह ने लिखा है कि जहां उनकी मौत हुई है, वहीं उनका पोता अंतिम संस्कार करे। उनकी अंत्येष्टि दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर ही हो। किसान कश्मीर ने अपनी आत्महत्या के लिए सरकार को जिम्मेदार बताते हुए लिखा है कि आखिर हम कब तक यहां सर्दी में बैठे रहेंगे।
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सरकार को फेल बताते हुए मृतक किसान कश्मीर सिंह ने लिखा है कि यह सरकार सुन नहीं रही है इसलिए अपनी जान देकर जा रहा हूं जिससे कोई हल निकल सके। किसान के सुसाइड नोट को पुलिस को अपने कब्जे में ले लिया है। साथ ही पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।