UP News: फतेहपुर में सीएचसी में दिन भर ओपीडी बंद, आशा बहुओं ने किया विरोध प्रदर्शन

डीएन ब्यूरो

फतेहपुर जिले में शनिवार को हसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में आशा बहुओं ने धरना प्रदर्शन किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट

आशा बहुओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर किया विरोध प्रदर्शन
आशा बहुओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर किया विरोध प्रदर्शन


फतेहपुर:  जिले में  शनिवार को हसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में आशा बहूओं ने धरना प्रदर्शन किया। फार्मासिस्ट की गिरफ्तारी को मांग को लेकर ओपीडी बंद कर दी। डॉक्टर न होने की वजह से एक भी मरीज को दवा नहीं मिल सकी। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, जिले में शनिवार को हसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में आशा बहुओं ने धरना प्रदर्शन किया। फार्मासिस्ट की गिरफ्तारी को मांग को लेकर ओपीडी बंद कर दी । डॉक्टर न होने की वजह से एक भी मरीज को दवा नहीं मिल सकी। आशाओं ने फार्मासिस्ट के चेंबर में ताला लगा दिया गया। मौके पर फार्मासिस्ट से नदारत हो गया है। नाराज आशाओं ने सीएचसी में चैनल पर ताला लगा दिया गया। जिससे मरीज को दवाई नहीं मिल सकी। 
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर अनुपम सिंह के साथ वहां पर तैनात फार्मासिस्ट राजेश ओमर ने बुधवार को मारपीट गाली गलौज व धक्का मुक्की किया था। जिसके उपरांत चिकित्सा प्रभारी ने थरियांव थाने में मुकदमा दर्ज कराया।  

यह भी पढ़ें | Barabanki में School में छात्रों और अभिभावकों का हंगामा, सामने आई ये वजह

शनिवार को हसवा सीएचसी क्षेत्र की करीब एक सैकड़ा आशाओं स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहाँ धरना प्रदर्शन करते हुए ओपीडी कक्ष, दवाई कक्ष, पर्चे बनाने वाले कक्ष में ताला लगा दिया गया। इसी फार्मासिस्ट अस्पताल से फरार हो गया। क्योंकि फार्मासिस्ट को भनक लगा गया कि मेरे खिलाफ आशाओं द्वारा धरना प्रदर्शन किया जायेगा। 

वहीं दूरदराज से आए मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों व झोलाछाप के सहारे अपना इलाज करना पड़ा। उधर डॉक्टर अनुपम सिंह ने बताया कि जिला मुख्यालय में होने के कारण जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की कमी है। जिसके कारण कोई भी अन्य डॉक्टर ओपीडी के लिए नहीं था। 

यह भी पढ़ें | UP News: देवरिया के घनानंद शर्मा की मौत, जानिए परिवार वालों ने किस पर जताया शक

आशा बहुओं का कहना था कि फार्मासिस्ट को  गिरफ्तार किया जाए और हसवा सीएचसी से तबादला किया जाए। 










संबंधित समाचार