अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बने बाइडन, भारतवंशी कमला हैरिस उपराष्ट्रपति, जानिये शपथ ग्रहण समारोह से जुड़ी ये बड़ी बातें
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद जो बाइडेन ने कामकाज संभाल लिया है और एक्शन में आ गए। जानिये बाइडने और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के सफत ग्रहण से जुड़ी कुछ खास बातें
नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप के बाद 78 वर्षीय जो बाइडन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली। उनके साथ भारतीय मूल की कमला हैरिस ने बतौर उपराष्ट्रपति की शपथ ली। बाइडन अमेरिका के सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति हैं। शपथ लेने के बाद बाइडन ने कामकाज संभाल लिया है। जानिये जो बाइडन और कमला हैरिस के शपथ ग्रहण समारोह से जुड़ी कुछ खास बातें।
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन को अमेरिका के प्रधान न्यायाधीश जॉन राबर्ट्स ने शपथ दिलाई। बाइडन ने अपने परिवार की 127 वर्ष पुरानी बाइबल पर हाथ रखकर शपथ ली।
बाइडन से पहले पहली अश्वेत उपराष्ट्रपति चुनी गई भारतीय मूल की 56 वर्षीय कमला हैरिस को सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश सोनिया सोटोमायोर ने शपथ दिलाई। वह अमेरिका की 49वीं उपराष्ट्रपति और पहली महिला उपराष्ट्रपति हैं।
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शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश व उनकी पत्नी लारा बुश, बराक ओबामा व उनकी पत्नी मिशेल ओबामा, बिल क्लिंटन और उनकी पत्नी हिलेरी क्लिंटन, रिपब्लिकन नेता मैककार्थी, मैक्कोनल और निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस मौजूद रहे।
सबसे बड़ी बात यह कि निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण समारोह में शरीक नहीं हुए, ऐसा अमेरिकी इतिहास में पहली बार हुआ। इस तरह वह 1869 में एंड्रू जानसन के बाद अमेरिका के ऐसे पहले राष्ट्रपति बन गए जो अपने उत्तराधिकारी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए।
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शपथ ग्रहण के बाद जो बाइडेन ने राष्ट्रपति बनने के बाद दिए अपने पहले भाषण में अमेरिका में लोकतंत्र को मजबूत करने, नस्लीयता को खत्म करने और फिर एक साथ मिलकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।