बंगाल के अलीपुरद्वार में मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत, वन विभाग ने ‘जब्त’ की ट्रेन

डीएन ब्यूरो

पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के राजाभातखावा वन क्षेत्र में रेल पटरियों को पार करते समय एक मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हो गई, जिसके बाद राज्य के वन विभाग ने ट्रेन “जब्त” कर ली। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत
मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत


कोलकाता:  पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के राजाभातखावा वन क्षेत्र में रेल पटरियों को पार करते समय एक मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हो गई, जिसके बाद राज्य के वन विभाग ने ट्रेन “जब्त” कर ली। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक मुख्य वन्यजीव वार्डन देबल रॉय ने बताया कि सुबह 7:20 बजे हुई दुर्घटना के बाद ट्रेन ''जब्त'' कर ली गई।

उन्होंने कहा, “यह जब्ती तकनीकी है। ऐसा नहीं है कि वन विभाग ने मालगाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है। ट्रेन दुर्घटनास्थल पर है। जब्ती प्रक्रिया में कुछ कागजी कार्रवाई शामिल होती है।”

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना राजाभातखावा-कालचीनी खंड में हुई। यह क्षेत्र इस तरह की घटनाओं को टालने के लिए लगाये गए 'इंट्रयूजन डिटेक्शन सिस्टम' (आईडीएस) के दायरे में नहीं आता है।

एनएफआर के अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि सुबह जब एक मालगाड़ी अलीपुरद्वार से सिलीगुड़ी जा रही थी। मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हो गई, जिनमें उनके दो बच्चे भी शामिल हैं।

यह क्षेत्र उत्तर बंगाल में बक्सा बाघ अभयारण्य के निकट स्थित है।

अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ी के चालक और सह-चालक की मेडिकल जांच कराई गई है।

उन्होंने कहा, 'आईडीएस अलीपुरद्वार रेलवे डिवीजन के कुछ हिस्सों में लगाये गए हैं और इसे अलीपुरद्वार-कालचीनी खंड में लगाया जाना अभी बाकी है।’’

अधिकारी ने कहा, ‘‘एनएफआर के लुमडिंग और रंगिया डिवीजन के साथ-साथ पूरे खंड को आईडीएस के दायरे में लाने के लिए निविदा प्रक्रिया जारी है।'

उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर आईडीएस लगा हुआ है, वहां रेलगाड़ियों की चपेट में हाथियों के आने की कोई घटना नहीं हुई है।

 










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