लड़की ने कहा मेरा पेड़ मत काटो, और गांव के सरपंच ने उसे जिंदा जला दिया, कहां का है मामला पढ़िए

डीएन ब्यूरो

एक महिला को पेड़ काटने से रोकने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। महिला ने दबंगों को पेड़ काटने से रोका तो उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई, झुलसी हालत में महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

झुलसी हालत में महिला
झुलसी हालत में महिला


जोधपुर: जोधपुर के हरियाढाणा गांव की महिला को पेड़ काटने का विरोध करना महंगा पड़ा। इस महिला को पेड़ काटने के विरोध में गांव के लोगों ने जिंदा जला दिया। महिला का नाम ललिता बताया जा रहा है। इस हत्या का आरोप गांव के सरपंच और पटवारी सहित करीब 10 लोगों पर लगाया गया है। इस हादसे की कार्रवाई बोरुन्दा थाना द्वारा की जा रही है।

यह भी पढ़ें: बेटी की गर्दन पर था चाकू, और पति अपने दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी का कर रहा था गैंगरेप

यह भी पढ़ें | शरारती तत्वों का कहर, रात के अंधेरे में गाड़ियों को आग के हवाले किया

सरपंच और पटवारी समेत 10 लोगों ने दिया अंजाम
थाना अधिकारी सुरेश चौधरी ने बताया कि गांव की संकरी सडक़ के विस्तार और निर्माण का काम चल रहा था और यह सडक़ ललिता के खेत के पास से निकल रही थी, वह पिछले कई दिनों से मार्ग में आ रहे पेड़ को बचाने की बात कह रही थी, लेकिन गांव के सरपंच रणवीरसिंह, पटवारी ओमप्रकाश सहित अन्य लोगों ने ललिता की बात को अनसुना करके शनिवार को पेड़ काटने लगे तो फिर ललिता ने अपनी आवाज बुलंद की और इसी दौरान पटवारी की मौजूदगी में सरपंच रणवीर, भैरुबक्स, बाबू और सुरेश समेत 10 लोगों ने ललिता पर पेट्रोल छिडक़ा और उसे आग लगा दी।

यह भी पढ़ें | गुजरात: वडोदरा के अस्पताल से दो कैदी फरार

यह भी पढ़ें: गायत्री प्रजापति को SC से दोहरा झटका

पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर महिला का शव परिजनों को सौंप दिया। इस हादसे को लेकर पूरे गांव में सनसनी फैल गई और गांव के लोगों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रियाएं दीं। सबने सवाल उठाए कि जिस प्रदेश की मुखिया महिला हैं, वहां महिला को जिंदा जला दिया गया और साथ कहा कि उन दस लोगों पर हत्या के आरोप हैं उनको तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए, और किसी बड़े पुलिस अधिकारी को इसकी जांच की कार्रवाई दी जाए जिससे सारा सच सामने आ सकें।










संबंधित समाचार