तमिलनाडु के किसानों जब मूत्र पीकर किया प्रदर्शन तब पहुंचे मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी

डीएन संवाददाता

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने रविवार को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे अपने राज्य को किसानों से मुलाकात की और उन्हें मदद का आश्वासन दिया।

तमिलनाडु के सीएम के.पलानीस्वामी
तमिलनाडु के सीएम के.पलानीस्वामी


नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे तमिननाडु के किसानों से सीएम ई. पलानीस्वामी ने रविवार को मुलाकात की। उन्होंने किसानों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की। साथ ही ये भी कहा कि वे उनकी मांगें को लेकर नरेंद्र मोदी से चर्चा करेंगे। पलानीस्वामी करीब 20 मिनट तक किसानों के साथ रहे। इस दौरान उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि वह प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष उनकी बात रखेंगे। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म करने की अपील भी की।

प्रदर्शनकारी किसान


सूखे की मार झेल रहे तमिलनाडु के किसान पिछले 40 दिनों में केंद्र सरकार तथा प्रधानमंत्री का ध्यान अपनी मांगों को ओर आकर्षित करने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने नग्न अवस्था में प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर मार्च किया, चूहे खाए, अपने सिर मुंडवाए, अंत्येष्टि का स्वांग किया।


 

हद तो तब हो गयी जब शनिवार को किसानों ने मानव मूत्र पीकर प्रदर्शन किया। किसान मूत्र बोतल में लेकर आए और मीडिया के सामने जैसे पीना शुरू किया पुलिस भी सकते में आ गई। हालांकि पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की लेकिन दो किसान यूरीन पी चुके थे।


किसानों की अगुवाई करने वाले अय्याकन्नू ने बताया कि तमिलनाडु में एक दशक से सूखा पड़ रहा है। पिछले एक साल में सूखे का प्रभाव बेहद ज्यादा रहा है। ऐसा सूखा 150 साल पहले पड़ा था। इसके चलते किसान कर्ज में डूबे हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। एक साल की अवधि में करीब 400 किसानों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड बनाने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

किसानों की मांगे

किसानों की मांग है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के  किसानों को पेंशन दी जाए और किसानों की मदद के लिए सरकार सूखा राहत फंड बनाए  यही नहीं किसानों के सरकारी बैंकों से माफ़ भी किया जाए।

 










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