Diwali Puja: दिवाली पर 17 साल बाद बन रहा बेहद खास संयोग, जानें शुभ मुहूर्त, लक्ष्‍मी पूजन का सही तरीका

डीएन ब्यूरो

दीवाली हिन्‍दुओं के सबसे प्रमुख और बड़े त्‍योहारों में से एक है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस साल ये त्योहार इसलिए भी खास है क्योंकि दिवाली पर 17 साल बाद बेहद ही खास संयोग बन रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए क्या है वो संयोग

दिवाली पर 17 साल बाद बन रहा खास संयोग
दिवाली पर 17 साल बाद बन रहा खास संयोग


नई दिल्लीः दीवाली हिन्‍दुओं के सबसे प्रमुख और बड़े त्‍योहारों में से एक है। यह खुशहाली, समृद्धि, शांति और सकारात्‍मक ऊर्जा का द्योतक है। इस साल दीवाली का त्योहार बेहद ही खास है। इस साल दीवाली के मौके पर 17 साल बाद बेहद ही खास संयोग बन रहा है। दिवाली पर 17 साल बाद आया सर्वार्थ सिद्धि योग बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।

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दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त
14 नवंबर, शनिवार – शाम 5 बजकर 28 मिनट से 7 बजकर 24 मिनट तक।

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मां लक्ष्मी की पूजा

लक्ष्‍मी पूजन का सही तरीका 
सबसे पहले एक चौकरी पर लाल वस्‍त्र बिछाकर उस पर मां लक्ष्‍मी और भगवान गणेश की प्रतिमा रखें। अब जलपात्र या लोटे से चौकी के ऊपर पानी छिड़कते हुए मां लक्ष्मी के मंत्र का उच्‍चारण करें। पूजा के स्थान पर रुपया, सोना या चांदी का सिक्का जरूर रखें। इसके साथ ही फल, फूल, मिठाई, दूर्वा, चंदन, घी, मेवे, खील, बताशे, चौकी, कलश, फूलों की माला आदि सामग्रियों का प्रयोग करते हुए पूरे विधि-विधान से लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। इनके साथ-साथ देवी सरस्वती, भगवान विष्णु, मां काली और कुबेर की भी विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए।










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