राकांपा का अध्यक्ष पद छोड़ने की ऐलान के बाद लगातार कर रहे शरद पवार ने की कार्यकर्ताओं से मुलाकात
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने, पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने की अपनी घोषणा के बाद बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन वाई बी चव्हाण सेंटर में पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात की। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने, पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने की अपनी घोषणा के बाद बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन वाई बी चव्हाण सेंटर में पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात की।
पवार आज पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात करेंगे।
वह बुधवार को भी वाई बी चव्हाण सेंटर आये थे और राज्य के विभिन्न हिस्सों से आये पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी।
पवार (82) ने मंगलवार को अपनी किताब के अद्यतन संस्करण के विमोचन कार्यक्रम में यह कहकर सबको चौंका दिया था कि वह राकांपा अध्यक्ष पद छोड़ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे।
यह भी पढ़ें |
गौतम अडाणी से मिलने के बाद संजय राउत ने की शरद पवार से मुलाकात, जानिये क्या हुई बात
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, उनकी इस घोषणा से पार्टी नेता और कार्यकर्ता हैरान रह गए। इस मौके पर कुछ कार्यकर्ता तो रो पड़े और पवार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करने लगे।
राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने मंगलवार को बाद में ऐलान किया कि उनके काका (चाचा) शरद पवार को अपने फैसले पर और सोचने के लिए दो से तीन दिन लगेंगे।
राकांपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार को कहा कि जब तक शरद पवार के पद से हटने के फैसले पर अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक उनके उत्तराधिकारी को चुने जाने पर कोई चर्चा नहीं होगी।
पटेल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की फैसला वापस लेने की अपील के बावजूद पवार अभी नहीं माने हैं।
यह भी पढ़ें |
बारसू रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहे ग्रामीणों की शरद पवार से मुलाकात, जानिये पूरा अपडेट
उन्होंने बताया कि शरद पवार ने अपने उत्तराधिकारी के चयन पर निर्णय के लिए मंगलवार को जो समिति बनाई थी, उसकी बैठक बुधवार को नहीं हुई।
पवार की बेटी सुप्रिया सुले के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके भतीजे अजित पवार के महाराष्ट्र इकाई प्रमुख बनने की अटकलों पर पटेल ने कहा, ‘‘कोई पद खाली नहीं है। पवार अध्यक्ष रहें या नहीं, वह पार्टी की पहचान हैं।’’
कुछ खबरों ने यह भी संकेत दिया कि प्रफुल्ल पटेल, स्वयं नए पार्टी प्रमुख हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस संभावना से इनकार किया।
पवार के ऐलान से करीब दो सप्ताह पहले ही उनकी बेटी और पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा था कि आगामी 15 दिन में राजनीतिक क्षेत्र में दो ‘विस्फोट’ होंगे, एक दिल्ली में और दूसरा महाराष्ट्र में।