गौतम अडाणी से मिलने के बाद संजय राउत ने की शरद पवार से मुलाकात, जानिये क्या हुई बात

डीएन ब्यूरो

मुंबई में उद्योगपति गौतम अडाणी के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात करने के कुछ घंटे बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत राकांपा सुप्रीमो से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

संजय राउत ने पवार से की मुलाकात
संजय राउत ने पवार से की मुलाकात


मुंबई: मुंबई में उद्योगपति गौतम अडाणी के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात करने के कुछ घंटे बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत राकांपा सुप्रीमो से मिलने उनके आवास पर पहुंचे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राउत ने पवार के दक्षिण मुंबई स्थित आवास ‘सिल्वर ओक’ पर उनसे मुलाकात की। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच क्या चर्चा हुई, फिलहाल यह पता नहीं चल सका है।

इससे पहले, अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की विपक्षी दलों की मांग के बीच गौतम अडाणी मुंबई में पवार से मिलने बृहस्पतिवार सुबह उनके आवास पर पहुंचे थे।

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यह मुलाकात इसलिए चर्चा में है, क्योंकि पवार ने इस महीने की शुरुआत में अडाणी समूह का बचाव किया था और उसके बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की आलोचना की थी।

पवार ने राकांपा के सहयोगी दल कांग्रेस से अलग रुख अपनाते हुए कहा था कि वह अडाणी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की तरफ से समिति गठित किए जाने का समर्थन करते हैं, क्योंकि संयुक्त संसदीय समिति में संख्याबल के हिसाब से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दबदबा होगा, जिसके चलते जांच को लेकर संदेह पैदा होगा।

हालांकि, बाद में उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी अडाणी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की भाजपा विरोधी दलों की मांग का समर्थन नहीं करती, लेकिन फिर भी वह विपक्षी एकता की खातिर उनके रुख के खिलाफ नहीं जाएगी।

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उच्चतम न्यायालय ने पिछले महीने शेयर बाजारों के लिए विभिन्न नियामक पहलुओं की जांच के लिए शीर्ष अदालत के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति गठित करने का आदेश दिया था। समिति हिंडनबर्ग रिसर्च के धोखाधड़ी के आरोपों के बाद, अडाणी समूह के शेयरों में आई हालिया गिरावट की जांच करेगी।

हिंडनबर्ग ने अरबपति अडाणी से संबंधित कंपनियों में स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा बताकर खारिज कर दिया था।










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