गोरखपुर में अग्नि सुरक्षा पर समीक्षा बैठक, आपदा प्रबंधन को मजबूत करने पर दिया जोर
गोरखपुर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अग्नि सुरक्षा को लेकर की समीक्षा बैठक। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गोरखपुर: बढ़ते तापमान और आग की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गोरखपुर डॉ. गौरव ग्रोवर ने एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में अग्निशमन विभाग के अधिकारी, पुलिस अधीक्षक (यातायात), आपदा प्रबंधन दल, नगर निगम के अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के कर्मचारी शामिल हुए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बैठक का मुख्य उद्देश्य अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम, नागरिकों की सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित करना था।
यह भी पढ़ें |
Gorakhpur News: गोरखपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, गैंगस्टर की पत्नी के खाते से जब्त किए लाखों रुपए
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
अधिकारियों को शहर के संवेदनशील क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण करने और संभावित आग के खतरों को कम करने के उपाय अपनाने के निर्देश दिए गए। आम जनता को आग से बचाव के तरीकों की जानकारी देने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इसमें स्कूलों, बाजारों और घनी बस्तियों में आग से बचाव का प्रशिक्षण और मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। अग्निशमन दस्तों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अग्निशमन वाहन पर्याप्त मात्रा में पानी और आवश्यक उपकरणों से लैस हों।
यह भी पढ़ें |
गोरखपुर में धड़ल्ले से किया जा रहा था अवैध कारोबार, अचानक पहुंच गई पुलिस
बढ़ते तापमान को देखते हुए पुलिस बल की ड्यूटी पुनर्गठित करने का निर्णय लिया गया, ताकि आग लगने की घटनाओं में त्वरित सहायता प्रदान की जा सके। अग्निशमन दस्ता, पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम बनाई जाएगी, जो आपातकालीन स्थितियों में समन्वय स्थापित कर राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाएगी।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने अधिकारियों को किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने और नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आग की घटनाओं को रोकने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मानकों की कड़ाई से जांच की जाएगी। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य गोरखपुर शहर में आपदा प्रबंधन को और अधिक प्रभावी और मजबूत बनाना था, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके और जनहानि को रोका जा सके।