सबरीमाला विवाद: श्रद्धालुओं के भारी प्रदर्शन के बाद निषेधाज्ञा आठ दिसंबर तक बढ़ी

डीएन ब्यूरो

सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ श्रद्धालुओं के प्रदर्शनों को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने निषेधाज्ञा को बढ़ा दिया है। डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट में पढ़ें क्या है पूरा मामला..

सबरीमला  मंदिर (फाइल फोटो)
सबरीमला मंदिर (फाइल फोटो)


सबरीमला: केरल के सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ श्रद्धालुओं के प्रदर्शनों को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन पंबा, इलावुंकल, निलाक्कल और सान्निदानम में निषेधाज्ञा को आठ दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। पत्तनमत्तिट्टा के जिलाधिकारी पी. बी. नूह ने बताया कि जिला पुलिस निरीक्षक और कार्यकारी मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट मिलने के बाद निषेधाज्ञा को बढ़ाने का आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि यह निषेधाज्ञा भजन-कीर्तन के दौरान भगवान अयप्पा के दर्शन करने के लिए समूह में आये श्रद्धालुओं पर लागू नहीं होगी।

यह भी पढ़ें: सबरीमाला विवाद: अभी भी अशांति का आग में जल रहा है केरल 

यह भी पढ़ें | सबरीमाला केस: सुप्रीम कोर्ट ने कोई भी आदेश सुनाने से किया इनकार

 

केरल के राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) पी. सदाशिवम ने हालांकि दो दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल को सबरीमला और इसके आस-पास के इलाकों में निषेधाज्ञा के मुद्दे पर मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन से चर्चा करने का आश्वासन दिया था।

यह भी पढ़ें: सबरीमाला मंदिर को लेकर कब-कब हुई राजनीति,भारी बवाल के पीछे कौन है शामिल 

यह भी पढ़ें | केरल उच्च न्यायालय ने सबरीमला के अयप्पा मंदिर में भीड़ नियंत्रण कार्रवाई का संज्ञान लिया

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से आग्रह किया था कि सबरीमला में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाना उचित नहीं है क्योंकि यहां तीर्थयात्री आमतौर पर समूहों में आते हैं।
 










संबंधित समाचार